बीजेपी सांसद साक्षी महाराज ने राम रहीम पर दिए अपने बयान पर सफाई दी है। उन्होंने कहा है कि मेरे बयान को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया था। मैं राम रहीम का रिश्तेदार नहीं हूँ और मैं कोर्ट के फैसले का सम्मान करता हूँ।
साक्षी महाराज ने कहा कि कोई व्यक्ति आस्था के नाम पर लंबे समय तक खिलवाड़ नहीं कर सकता, भगवान के घर में देर हो सकती अंधेर नहीं हो सकती।
गुरमीत राम रहीम जैसे और भी लोग अगर होंगे समाज के सामने आएंगे। आस्था के नाम पर किसी को खिलवाड़ करने का अधिकार नहीं है।
महाराज ने कहा कि कोर्ट के फैसले के बाद अब सारे देश ने राहत की सांस ली है। जो भी धर्म प्रेमी लोग हैं और आस्था के नाम पर ठगे जाते हैं वह सभी कोर्ट के फैसले से खुश हैं।
साक्षी महाराज का कहना है कि मेरा दर्द यही है जब कोई संत बनता है, सन्यासी बनता है तो उसे साधु के कपड़े पहनाने के बाद सबसे पहले उसकी पत्नी के पास भेजा जाता है और वहां वह उससे भीख मांगता है। सन्यास ग्रहण करने के बाद साधु के लिए हिंदुस्तान की सारी स्त्रियों या तो बहन है या मां हैं अगर छोटी है तो बेटी समान हैं।
महाराज का कहना है कि जो लोग अखाड़े से बाहर हैं उनके पास अखाड़ा परिषद का कुछ नहीं कर सकता, लेकिन जो लोग हमारे अखाड़े के अंतर्गत आते हैं, अगर उनके खिलाफ शिकायत मिलती है तो उनके खिलाफ अखाड़ा परिषद कार्रवाई करता है। उनके कपड़े उतारवाए जाते हैं और उन्हें बहिष्कृत किया जाता है डेरो।