सिरसा: राम रहीम ने जिन साध्वियों का रेप किया था उनमें से ही एक साध्वी ने अब राम रहीम को सजा मिलने के बाद खुशी जाहिर करते हुए कहा कि मै न तब डरी थी और न अब।
अंग्रेजी अखबार द हिंदू से बात करते हुए साध्वी ने कहा कि राम रहीम ने मुझे बहुत बार डराने की कोशिश की, लेकिन ना मैं तब डरी थी और ना मैं अब डरी हूं। 2009 में जब मैं कोर्ट में थी, तब भी वो मेरे सामने था।
साध्वी ने कहा, जब मैं सिरसा के डेरा सच्चा सौदा के कॉलेज में ही पढ़ती थी, मेरे परिवार वाले राम रहीम के भक्त थे। तभी उसने मेरे साथ ऐसी हरकत की थी।
20 साल की सजा और 15-15 लाख जुर्माना
रेप को दो मामलों में उनको 10-10 साल की जेल की सजा मिली है। सिर्फ यही नहीं इसके साथ ही 15-15 लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है। जो पीड़िता को दिया जाएगा।
रोते हुए मांगी माफ़ी
जब जज ने राम रहीम को सज़ा सुनाई तो उसके हाथ-पैर कांपने लगे और उसकी आँखों में आंसू आ गए। वो लगातार जज से माफ़ी की गुहार करने लगा। फिर गुरमीत अदालत में ज़मीन पर बैठ गया और बोला कि वो यहीं रहेगा , कहीं नहीं जाएगा।
जज ने दोनों पक्षों को बहस के लिए 10-10 मिनट का समय दिया था। अभियोजन पक्ष ने राम रहीम के लिए उम्रकैद की मांग की थी। तो वहीं बचाव पक्ष ने कहा कि राम रहीम समाज सेवी हैं। उन्होंने कई भलाई के काम किए हैं। इसका संज्ञान लेते हुए सजा में नरमी बरती जानी चाहिए।
40 रुपये रोज का मिलेगा मेहनताना
राम रहीम को सजा मिलने के बाद वह पूरी रात जेल के बैरक में जागते हुए इधर से उधर घूमता रहा। गुरमीत ने खाने में सिर्फ आधी रोटी ही खाई। जबकि राम रहीम को खाने में 4 रोटी और सब्जी दी गई थी।
अब राम रहीम को माली के अलावा फैक्ट्री में भी काम करना होगा। इसके लिए उसे 40 रुपये रोज का मेहनताना दिया जाएगा। राम रहीम को जेल प्रशासन ने कैदी नंबर 8647 दिया है।