वर्ल्ड बैडमिंटन चैंपियनशिप में भारत की स्टार शटलर पीवी सिंधु इतिहास रचने से चूक गईं। हालांकि उन्हें सिल्वर मेडल मिला। लेकिन उनका भारत की ओर से गोल्ड मेडल जीतने का सपना अधूरा रह गया। वर्ल्ड चैंपियनशिप में सिंधु का यह तीसरा मेडल है। सिंधु ने 2013 और 2014 में ब्रॉन्ज मेडल जीते थे।
पहले गेम की शुरुआत से ही सिंधु ने आक्रामक खेल दिखाया। पहले गेम के हाफ तक सिंधु के पास 11-5 पॉइंट की बढ़त थी। फिर जापान की नोजोमी ओकुहारा ने वापसी करते हुए स्कोर 14-14 पॉइंट तक पहुंचा। ओकुहारा ने पहला गेम 21-19 से जीत लिया।
दूसरे गेम में सिंधु ने शुरू से आक्रामक खेल दिखाया। जल्द ही उनके पास 5-1 की बढ़त आ गई। इस गेम को सिंधु ने 22-20 से जीता। जापान की नोजोमी ओकुहारा ने मैच को 21-19, 20-22, 22-20 जीत लिया।
हारने का दर्द सिंधु नहीं झेल पाईं और मैच हारते ही वह वहीं कोर्ट में लेट गईं। कोच गोपीचंद तक जाते हुए उनकी आंखें नम हो गई थीं। कैमरों में साफ दिख रहा था कि उनकी आंखों में आंसू थे। बाद में सिंधु ने तौलिए से चेहरा पोछ लिया।
वर्ल्ड चैंपियनशिप में कब-कब जीता मेडल-
ग्वांगजु 2013: पीवी सिंधु ( ब्रॉन्ज मेडल)
कोपेनहेगन 2014: पीवी सिंधु ( ब्रॉन्ज मेडल)
जकार्ता 2015: साइना नेहवाल (सिल्वर मेडल)
जकार्ता 2015: साइना नेहवाल (सिल्वर मेडल)
ग्लास्गो 2017: पीवी सिंधु (सिल्वर मेडल)
ग्लास्गो 2017: साइना नेहवाल (ब्रॉन्ज मेडल)
सिंधुः इंटरनेशनल खिताब (इंडिविजुअल)
1. 2011: इंडोनेशिया इंटरनेशनल
2. 2013: मलेशिया मास्टर्स
3. 2013: मकाउ ओपन
4. 2014 : मकाउ ओपन
5. 2015 : मकाउ ओपन
6. 2016 : मलेशिया मास्टर्स
7. 2016: चाइना ओपन
8. 2017: सैयद मोदी इंटरनेशनल
9. 2017: इंडिया ओपन