उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव को हिरासत से छोड़ दिया गया है। अखिलेश यादव पूर्व विधायक प्रदीप यादव और सपा कार्यकर्ता की पिटाई का विरोध करने औरैया जा रहे। उन्हें उन्नाव-एक्सप्रेसवे के पास पुलिस ने हिरासत में लिया था।
अखिलेश को हिरासत में लिए जाने के बाद हाईवे पर समाजवादी कार्यकताओं ने हंगामा शुरू कर दिया। माहौल को बिगड़ते देख पुलिस ने अखिलेश यादव को छोड़ दिया।
समाजवादी पार्टी के नेता और पूर्व विधायक प्रदीप यादव से मिलने जा रहे थे। एक्सप्रेस वे के रस्ते अखिलेश यादव औरैया जा रहे थे, तभी रास्ते में उन्हें रोक लिया। बता दें कि बुधवार को जिला पंचायत अध्यक्ष पद के चुनाव के नामांकन के दौरान पुलिस और सपा समर्थकों के बीच झड़प हो गई थी। आरोप है कि बीजेपी के गरौठा विधायक की गाड़ी के मुख्यालय में घुसने को लेकर बवाल हुआ। इस घटना के बाद बुधवार शाम को ही अखिलेश यादव ने लखनऊ में प्रेस कांफ्रेंस कर आरोप लगाया था पुलिस बीजेपी के इशारे पर काम कर रही है।
चोटिल सपा नेता प्रदीप यादव गुरुवार को अखिलेश यादव से मिलने पहुंचे थे। इसके बाद अखिलेश यादव भी उनके साथ औरैया लौट रहे थे। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव का आरोप है कि यूपी पुलिस ने मीडिया के कैमरे बंद करवाकर औरैया जिले में बुधवार को सपा कार्यकर्ताओं की बेरहमी से पिटाई की।
ऐसे शुरू हुआ था विवाद
जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए समाजवादी पार्टी से सुधीर यादव उर्फ कल्लू सिंह के नामांकन दौरान औरैया जिला मुख्यालय ककोर में बुधवार को दीपू सिंह का नामांकन जैसे ही सम्पन्न हुआ सपा कार्यकर्ताओं ने पुलिस पर भाजपा वालों का साथ देने का आरोप लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिया। पुलिस ने हालात नियंत्रित करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे थे।