प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों के चलते पाकिस्तान को एक और बड़ा झटका लगा है। अमेरिका ने हिजबुल मुजाहिदीन को आतंकी संगठन करार दिया है। अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने कहा है कि हिजबुल मुजाहिद्दीन को आतंकवादी संगठन घोषित करने से इसे आतंकवादी हमले करने के लिए जरूरी संसाधन नहीं मिलेगा, अमेरिका में इसकी संपत्तियां जब्त कर ली जाएंगी और अमेरिकी नागरिकों को इससे संबद्धता रखने पर प्रतिबंधित होगा। अमेरिका ने यह भी कहा है कि हिजबुल कई आतंकी हमलों में शामिल रहा है।
अमेरिका का यह फैसला पाकिस्तान के लिए एक बड़ा झटका है, जो इस समूह को कश्मीरी लोगों की आवाज के तौर पर पेश करता आ रहा है। पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा और पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने हिजबुल के कमांडर बुरहान वानी की कई बार तारीफ की थी। बुरहान वानी पिछले साल जुलाई में कश्मीर में सुरक्षा बलों के साथ हुई मुठभेड़ में मार गिराया गया था।
हिजबुल का गठन 1989 में हुआ था और यह जम्मू-कश्मीर में सक्रिय सबसे पुराने और बड़े आतंकी संगठनों में से एक है। जम्मू-कश्मीर में हुए कई आतंकी हमलों की जिम्मेदारी हिजबुल मुजाहिदीन ने ली है। अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने कहा है कि आतंकवाद से जुड़ा घोषित होने से संगठन और व्यक्ति बेनकाब होते हैं तथा अलग-थलग पड़ जाते हैं और अमेरिकी वित्तीय व्यवस्था तक उनकी पहुंच खत्म हो जाती है। इसके साथ ही इस कदम से अमेरिका और दूसरी सरकारों की कानून प्रवर्तन एजेंसियों को सहायता प्राप्त होती है।