देश में तमाम बदलावों के बाद आज भी महिलाएं शोषण और दबंगई का शिकार होती हैं। हाल ही में नालंदा में एक युवती पुलिस वाले की दबंगई के हत्थे चढ़ गई। पुलिस वाले ने युवती को सड़क पर जानवरों की तरह खींच-खींच कर पीटा। उसका कसूर सिर्फ इतना था कि वो फोन पर बात कर रही थीं।
ये मामला परवलपुर थाना क्षेत्र के बड़ी मठ के पास एनएच 110 का है। जहां लड़की सड़क के किनारे खड़ी होकर फोन पर बात कर रही थी। इतने में ही सिविल ड्रेस में एसपीओ धनंजय कुमार ने युवती को देखा और पुलिस वाले को लगा कि युवती अपने प्रेमी से बात कर रही है।
एसपीओ धनंजय कुमार ने आस-पास कुछ नहीं देखा बस युवती को मारना शुरू कर दिया। एसपीओ ने युवती के बाल खींच कर सड़क पर घसीटते हुए उसका फोन छीन लिया और युवती को भला बुरा कहने लगा।
ये घटना स्वंतत्रता दिवस की है, जहां लोग आजादी के जश्न में डूबे हुए थे। मगर पुलिस वाला अपने पद के घमंड में युवती को पीटता रहा। इस घटना को प्रत्यक्षदर्शी देखते रहे, मगर लड़की की मदद के लिए कोई आगे नहीं आया। युवती रोती रहीं, बिलखती रहीं, वहां पर लोग दर्शक बन कर सिर्फ देखते ही रहे।
इस घटना का वीडियो वायरल होते ही मामले को नालंदा के एसपी ने गंभीरता से लिया। पुलिस अधिकारी सुधीर कुमार पोरिका ने धनंजय को एसपीओ के पद से बर्खास्त कर दिया है। इसके अलावा उसके खिलाफ कार्रवाई का आदेश भी दे दिया है।
आपको बता दें नक्सली इलाको के लिए सरकार ने स्पेशल एसपीओ का पद बनाया है। एसपीओ का काम है कि लोगों को नक्सलियों की खबर दे, मगर सूत्रों की मानें तो वो अपनी जिम्मेवारी को पूरी तरह नहीं निभाते हैं।