अपनी डाइट से हम वसायुक्त सभी चीजों को बाहर करते जा रहे है। अगर हम मक्खन की बात करें तो कभी पुराने जमाने मे रोटी के साथ ढेर सारा मक्खन सुबह के नाश्ते मे शामिल किया जाता था। आज हम मक्खन का नाम तक नहीं सुनना चाहते है। अगर हम मक्खन को अपनी डाइट मे लाये तो उसके फायदे जान कर आप हैरान रहे जायँगे।
मक्खन कोई मामूली चीज नहीं है। यह कैंसर जैसे रोग से बचाव करने में आपकी मदद करता है। दरअसल मक्खन में मौजूद फैटी एसिड कौंजुलेटेड लिनोलेक प्रमुख रूप से कैंसर से बचाव में मदद करता है।
विटामिन्स मिनिरल्स और कैल्शियम से भरपूर मक्खन आपकी हड्डियों को मजबूत बनाकर ऑस्टियोपोरोसिस जैसी समस्याओं से निजात दिलाने मे मदद करता है। दांतों के लिए भी यह बेहद फायदेमंद होता है।
गाय के दूध का मक्खन और खड़ी शर्करा का सेवन करने से पुराना बुखार ठीक हो जाता है इसके अलावा मक्खन के साथ शहद और सोने के वर्क को मिलाकर खाने से टीबी के मरीजों को लाभ मिलता है।
आंखों मे जलन की समस्या होने पर गाय के दूध का मक्खन आंखों पर लगाना बेहद फायदेमंद होता है। किसी भी कारण से आंखों मे होने वाली जलन को यह समाप्त कर देता है।
मेडिकल रिसर्च काउंसिल के एक शोध में यह बात सामने आई है कि जो लोग कुछ मात्रा मे मक्खन को अपनी डाइड मे शामिल करते है उन्हें दिल की बीमारी का खतरा अपेक्षाकृत कम होता है।
मक्खन मे आयोडीन भरपूर मात्रा मे पाया जाता है जो थायरॉइड के मरीजों के लिए फायदेमंद होता है। इसके अलावा इसमें मौजूद विटामिन ए भी थायरॉइड ग्लैंड के लिए बेहद फायदेमंद होता है।
मक्खन मे पाया जाने वाला सेलीनियम आपके मूड को बेहतर करने मे आपकी मदद करता है। जब भी आपका मूड खराब हो थोड़ा सा मक्खन उसे ठीक करने मे आपकी मदद कर सकता है।
सांस की तकलीफ होने पर भी मक्खन लाभदायक साबित होता है। मक्खन मे मौजूद सैचुरेटेड फैट्स फेफड़ों की मदद करते है और दमा के मरीजों के लिए भी इसका सेवन फायदेमंद माना जाता है।
एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर मक्खन कैंसर या ट्यूमर से आपकी रक्षा करने के साथ ही त्वचा को फ्री रैडिकल्स से सुरक्षित रखता है। यह त्वचा के लिए काफी फायदेमंद होता है।
गाय के दूध का मक्खन और तिल को मिलाकर खाने से पाइल्स की समस्या मे लाभ होता है। इसके अलावा मक्खन मे शहद व खड़ी शक्कर मिलाकर खाने से खूनी बवासीर ठीक हो जाती है।
प्रजनन क्षमता बढ़ाने के लिए मक्खन का बहुत लाभकारक माना जाता है। यह शरीर मे गर्मी बढ़ाता है तथा मेल और फीमेल हार्मोन्स को बढ़ाने का कार्य करता है।