NIA लगातार जम्मू-कश्मीर के अलगाववादी नेताओं पर लगातार शिकंजा कस रहा है। अब एनआईए की नजर अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी की संपत्ति को अपने कब्जे में लेने की है। एनआईए ने गिलानी को 14 प्रॉपर्टी को शॉर्ट लिस्ट किया है, इसमें गिलानी के परिवार के सदस्यों की संपत्ति भी शामिल है। कहा जा रहा है कि इसमें गिलानी की 100 करोड़ से लगभग 150 करोड़ रुपए तक की संपत्ति जब्त हो सकती है।
अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक, एनआईए की नजर अलगाववादी नेताओं के हवाला और बेनामी कारोबार पर है। इसमें कश्मीर में कई एजुकेशनल इंस्टिट्यूट, कृषि लैंड और कई फ्लैट शामिल हैं। इसके साथ ही दिल्ली में भी कुछ फ्लैट्स पर नजर है।
आपको बता दें एनआईए की ओर से अलगाववादी नेताओं पर शिकंजा कसता जा रहा है। रोजाना अलगाववादियों से जुड़ी कई जानकारियां सामने आ रही हैं। इससे पहले एनआईए सूत्रों से पता लगा था कि NIA की छापेमारी में अलगाववादी नेता अल्ताफ अहमद शाह फंटूस के घर से संसद पर हमले के आरोपी अफजल गुरू का एक खत बरामद हुआ है। अफजल गुरू ने ये खत अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी को लिखा था।
अफजल गुरू ने इस खत के जरिए गिलानी का शुक्रिया अदा किया था, आपको बता दें कि गिलानी लगातार अफजल गुरू को दिल्ली की तिहाड़ जेल से जम्मू-कश्मीर की जेल में शिफ्ट करवाने की कोशिशें कर रहा था। गिलानी ने उस समय इस मुद्दे पर प्रेस कांफ्रेंस भी की थी। NIA की छापेमारी में पत्थरबाजी और टेरर फंडिंग से जुड़े कई अहम सबूत भी प्राप्त हुए थे।
गौरतलब है कि शिकंजे में आए अलगाववादी नेता नईम खान और बिट्टा कराटे के वॉइस सैंपल लिए गए हैं। इसके साथ ही दोनों की लिखावट के सैंपल भी लिए गए हैं। यह सैंपल मंगलवार को लिए गए थे। हुर्रियत के कई नेताओं ने कबूल किया था कि उन्हें पाकिस्तान से फंड मिलता है, ताकि घाटी में अशांति का माहौल बनाए रखा जा सके।
इसके साथ ही हुर्रियत के अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी और उनके परिवार पर एनआईए का शिकंजा कसता जा रहा है। बुधवार को गिलानी का छोटा बेटे नसीम को एनआईए के सामने पेश होना था। इससे पहले बड़े बेटे को भी पेश होना था, मगर वह तबीयत खराब होने के कारण पेश नहीं हो पाया था। टेरर फंडिंग पर एनआईए की जांच पड़ताल में गिलानी ही नहीं, उसके बेटे और दामाद भी बुरी तरह से घिर गए हैं।