बीएसपी

बीएसपी प्रमुख मायावती ने नसीमुद्दीन सिद्दीकी के बाद बुधवार को एक और पूर्व कैबिनेट मंत्री को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है। पार्टी से बाहर आते ही इंद्रजीत सरोज ने मायावती पर बड़ा हमला बोला। उन्होंने कहा कि मायावती पैसे की देवी हैं, इनको पैसे लेने की बीमारी है। मायावती को किसी अच्छे डॉक्टर से इलाज करवाना चाहिए। जिससे इनके पैसे लेने की लत छूट जाए। उन्होंने कहा कि पार्टी लगातार गर्त में जा रही है।

पार्टी के निकाले जाने की खबर पाकर कई विधायकों और सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने पार्टी छोड़ने का भी मन बना लिया है क्योंकि इंद्रजीत सरोज पार्टी के गैर जाटव दलित चेहरा है। सरोज जिस पासी समाज से आते हैं, वह जाटव के बाद दूसरी सबसे बड़ी दलित समाज है। अवध से लेकर पूर्वांचल तक इलाके में राजनीतिक समीकरण बनाने और बिगाढ़ने में पासी समाज अहम भूमिका अदा करता है।

गौरतलब है कि 2012 के विधानसभा चुनाव के बाद से ही बसपा के नेता एक के बाद एक पार्टी से छोड़ रहे हैं या फिर बसपा प्रमुख मायावती उन्हें पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दे रहीं हैं। स्वामी प्रसाद मौर्य और नसीमुद्दीन सिद्दीकी के बाद इंद्रजीत सरोज का पार्टी से बाहर होना काफी बड़ा झटका है।

इंद्रजीत सरोज कौशांबी के मंझनपुर विधानसभा से चार बार विधायक रह चुके हैं, मगर उन्हें 2017 में बीजेपी की लहर में शिकस्त खानी पड़ी है। इंद्रजीत 1996 में पहली बार विधायक बने थे, उसके बाद से लगातार चार बार जीतकर विधानसभा पहुंचे। मायावती सरकार में कैबिनेट मंत्री भी रह चुके हैं।