उद्योगपति संजीव गुप्ता के अपहरण का ड्रामा आज समाप्त हो गया। अपने अपहरण का ड्रामा रचने वाले संजीव गुप्ता ने इस अभियान में पत्नी सारिका के साथ साले व भतीजे को भी शामिल किया था। करीब एक हफ्ते का ड्रामा आज सभी के सामने आ गया।
फीरोजाबाद के चर्चित उद्योगपति संजीव गुप्ता के अपहरण के ड्रामा के मामले में पुलिस के साथ अन्य टीमें बड़ी कार्रवाई की तैयारी में हैं। संजीव गुप्ता के साथ उसकी पत्नी सारिका, साले सागर व भतीजे विकल्प के खिलाफ पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर इनको गिरफ्तार कर लिया है। अब उनको जेल भेजने की तैयारी की जा रही है। संजीव बीते पांच दिन पहले रहस्यमय तरीके से गायब हो गया था। इसके बाद व्हाट्अप पर घर के लोगों से सौ करोड़ की फिरौती का मैसेज खुद ही भेजा था। उसकी पड़ताल में लगी एसटीएफ के दबाव में वह स्वयं पानीपत के होटल में सामने आ गया था। जिसके बाद उनको हिरासत में ले लिया गया।
पति तथा पत्नी ने एक षडयंत्र के तहत पुलिस को गुमराह किया और झूठी सूचना दी कि अपहरणकर्ताओं ने 100 करोड़ रुपये की फिरौती मांगी है। कारोबारी ने पानीपत से घरवालों से संपर्क किया था। पुलिस ने उसे बरामद कर साख बचाने के लिए छोड़ दिया था, मगर आज कारोबारी की उसकी पत्नी सहित गिरफ्तारी कर ली गई।
गौरतलब है कि फिरोजाबाद में बीसी का कारोबार चलाने वाले और सागर रत्ना, एडिफाई वर्ल्ड स्कूल समेत कई नामचीन संस्थाओं के पार्टनर संजीव गुप्ता सोनी (45) पुत्र शांति स्वरूप गुप्ता निवासी आर्चिड ग्रीन राजा का ताल बीती 22 जुलाई की सागर रत्ना होटल से घर के लिए निकले थे।
थोड़ी देर बाद उनकी पत्नी सारिका गुप्ता ने उनके मोबाइल पर फोन मिलाया क्योंकि सागर रत्ना से उनके घर की दूरी मात्र दो किलोमीटर से भी कम है और चंद मिनटों में ही वे अपनी कार से पहुंच जाते थे। पत्नी के फोन मिलाने पर जब उनके सभी मोबाइल नम्बर स्विच आफ जाने लगा तो चिंता बढ़ गई। उन्होंने सागर रत्ना के कर्मचारियों से फिर पूछा कि संजीव गुप्ता कितने बजे निकले थे। करीब एक घंटे से ज्यादा समय में भी वे नहीं पहुंचे तो मामले से सारिका ने परिजनों और संजीव के दोस्तों को अवगत कराया। संजीव के अचानक गायब होने से उद्योगपतियों से लेकर व्यापारियों और उनके जानने वालों में हड़कंप मच गया।