शरद यादव ने दिल्ली में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की है। उन्होंने अपने घर पर शाम 5 बजे अपने घर पर बैठक बुलाई है, बैठक में बीजेपी के साथ सरकार बनाने का विरोध करने वाले नेता अली अनवर और विरेंद्र कुमार शामिल होंगे। राज्यसभा सांसद अली अनवर के बाद अब जेडीयू के पूर्व अध्यक्ष शरद यादव ने नीतीश कुमार के फैसले को गलत बताया है।
आपको बता दें कि जेडीयू में 5 मुस्लिम विधायक हैं, तो वहीं 11 विधायक यादव समुदाय से हैं। अली अनवर बोले कि पिछले काफी दिनों से बीजेपी के साथ जाने के संकेत मिल रहे थे, 23 जुलाई को नेशनल काउंसिल की बैठक होनी थी लेकिन रद्द कर दी गई। अगर मैं बैठक में होता तो इस बात को जरूर सामने रखता।
रात में तेजस्वी और उनके समर्थकों ने राजभवन तक विरोध मार्च किया। पूरे बिहार में आरजेडी ने नीतीश के खिलाफ विश्वासघात दिवस मनाने का ऐलान किया है। साथ ही पटना में ऐतिहासिक महात्मा गांधी सेतु पर आरजेडी समर्थकों ने धरना दिया।
आरजेडी नेताओं का कहना है कि सबसे बड़ा विधायक दल उनके पास होने के बावजूद राज्यपाल ने उन्हें सरकार बनाने का न्योता नहीं दिया और बीजेपी-जेडीयू को बुला लिया। राज्यपाल ने पहले उन्हें सुबह 11 बजे मिलने का समय दिया था, लेकिन नीतीश को सुबह 10 बजे ही शपथ ग्रहण के लिए आमंत्रित कर लिया है। यह उनके साथ एक तरह का धोखा है।
बुधवार को बीजेपी और जेडीयू के विधायकों की साझा बैठक भी हुई। जिसमें नीतीश कुमार को विधायक दल का नेता चुना गया। बुधवार शाम नीतीश कुमार ने जेडीयू नेताओं के साथ बैठक की और उसके बाद सीधे राजभवन पहुंच गए।
सुशील मोदी ने कहा कि उन्हें नीतीश कुमार के नेतृत्व में पूरा भरोसा और उनकी सरकार को बीजेपी समर्थन करेगी। बीजेपी जेडीयू के साथ मिलकर सरकार में शामिल रहेगी।