लोकसभा में सोमवार को सदन की कार्यवाही शुरू होते ही कांग्रेस पार्टी के सांसदों ने भीड़ की हिंसा मुद्दे पर जमकर हंगामा किया। हंगामे के दौरान कांग्रेस के सांसदों ने लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन की तरफ कागज फेंके। कागज उछालने वाले कांग्रेस सांसदों को सस्पेंड कर दिया गया है। लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन ने गौरव गोगोई, के सुरेश, अधीर रंजन, रंजीत रंजन, सुष्मिता देव और एमके राघवन को 5 दिनों के लिए सस्पेंड किया है। ‘मॉब लिंचिंग’ पर चर्चा की मांग को लेकर ये सांसद हंगामा कर रहे थे। कांग्रेस सांसदों के इस बर्ताव पर स्पीकर सुमित्रा महाजन नाराज हो गईं। उन्होंने कहा कि देखना चाहती हूं कि सांसद कितनी अनुशासनहीनता कर सकते हैं। देश भी इनके बर्ताव को देख रहा है। इस दौरान राहुल गांधी और सोनिया गांधी भी मौजूद थे। संसदीय कार्यमंत्री अनंत कुमार ने कहा कि कांग्रेस सांसदों के द्वारा इस तरह की हरकत शर्मनाक है।
दरअसल कांग्रेस के सांसद प्रश्नकाल स्थगित करने की मांग कर रहे थे। इस बीच स्पीकर ने कहा कि प्रश्नकाल के दौरान विपक्षी सांसद हंगामा न करें। स्पीकर ने कहा कि किसी भी विषय पर चर्चा हो सकती है, मगर प्रश्नकाल के बाद। विपक्षी सांसदों के बढ़ते हंगामे को देखते हुए स्पीकर ने कहा कि ये नियम आपके और हमारे द्वारा ही बनाए गए हैं। किसी भी तरह से प्रश्नकाल में बाधा उत्पन्न न करें। सदन में प्रश्नकाल के दौरान कांग्रेस सांसद लगातार नारेबाजी कर रहे थे। आपको बता दें कि सोमवार सुबह कांग्रेस पार्टी ने भीड़ द्वारा हिंसा मुद्दे पर प्रश्नकाल स्थगित कर चर्चा के लिए स्थगन प्रस्ताव दिया था।
विपक्ष ने भीड़ के पीटकर हत्या किए जाने के मामले में अलग कानून बनाए जाने की मांग की थी, मगर सरकार ने इसे खारिज कर दिया। सरकार ने विपक्ष को इस मुद्दे पर राजनीति न करने की सलाह दी। पिछले हफ्ते भी इस मुद्दे को लेकर संसद के दोनों सदनों में भारी हंगामा हुआ था।
वहीं लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी से हवाई सफर का विशेषाधिकार लिए जाने पर आरजेडी ने भी लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव दिया। आरजेडी सांसद जेपी यादव ने लोकसभा में ये मुद्दा उठाया। दरअसल, इस विशेषाधिकार के अनुसार बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू और राबड़ी देवी बिना किसी अतिरिक्त जांच के सीधे हवाई पट्टी पर पहुंच जाते थे, मगर अब ऐसा नहीं होगा।
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और आरजेडी के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी से सिविल एविएशन मिनिस्ट्री द्वारा वो विशेषाधिकार वापस ले लिया गया है, जिसके तहत वे दोनों बिना किसी अतिरिक्त जांच के हवाई सफर कर पाते थे। अधिकारियों के अनुसार केंद्र सरकार ने लालू-राबड़ी का यह विशेषाधिकार समाप्त कर दिया है।