फतेहाबाद कस्बे में मंगलवार रात बेकाबू ट्रक काल बनकर दौड़ा। सड़क किनारे रखे एक खोखे के साथ वहां मौजूद बच्चों को भी रौंद दिया। इससे चार बच्चों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई, जबकि कई घायल हो गए। मृतकों में तीन बच्चे एक ही परिवार के हैं। हादसे के बाद भड़के ग्रामीणों ने पुलिस पर पथराव किया और हाथापाई की। पुलिस की गाड़ी के शीशे तोड़ डाले। पथराव में दारोगा सहित तीन पुलिसकर्मी घायल हो गए।
फतेहाबाद के गढ़ी गोदना निवासी जगदीश रात 7:45 बजे अपने खोखे पर बैठे थे। उनके तीनों बच्चे भावना (12), बंटी (10) और आठ वर्षीय हिमांशु और मोहिनी (15) पुत्री रामदत्त समेत करीब 10 बच्चे भी वहां खेल रहे थे। इसी दौरान शमसाबाद की ओर से आया आलू से लदा ट्रक अनियंत्रित हो गया। वह खोखे और बच्चों को रौंदता हुआ सड़क किनारे खाई में जा गिरा।
हादसे से हाहाकार मच गया। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि खोखे और ट्रक के अगले हिस्से के परखच्चे उड़ गए। वहां मौजूद बच्चे खड्ड में गिरे ट्रक के नीचे दब गए। ग्रामीणों ने पहले बच्चों को अपने स्तर से निकालने का प्रयास किया।
पुलिस पहुंचने के काफी देर बाद भी जब क्रेन नहीं पहुंची, तो भड़के ग्रामीणों ने हंगामा शुरू कर दिया। पुलिस ने लाठियां फटकारकर ग्रामीणों को हटाया। अधिकारियों के पहुंचने के बाद बचाव कार्य शुरू हो सका। रात नौ बजे के बाद भावना और मोहिनी की लाश बाहर निकाली जा सकीं। बालिकाओं के शव लेकर उनके परिजन जाने लगे तो उन्हें रोकने का प्रयास करने पर ग्रामीण दोबारा भड़क गए।
पुलिस ने लाठियां फटकार शव अपने कब्जे में लिए। करीब आधा घंटे बाद बंटी और हिमांशु के शव निकाले जा सके। हादसे में अंजली और आशिमा समेत कई बच्चे घायल हुए हैं। एसपी ग्रामीण नित्यानंद राय का कहना है कि दुर्घटना ट्रक बेकाबू होने की वजह से हुई।