जम्मू-कश्मीर में सीमा पार से पाकिस्तान लगातार फायरिंग कर रहा है। नियंत्रण रेखा पर नौशेरा सेक्टर में पाकिस्तान की तरफ से मोर्टार भी दागे जा रहे हैं। जिसके चलते इलाके के 9 स्कूलों में करीब 200 बच्चे और स्कूल स्टाफ के सदस्य फंस गए थे। हालांकि सभी बच्चों को निकाल लिया गया है। बच्चे करीब 10 घंटे तक फंसे रहे। राजौरी एसएसपी की निगरानी में रेस्क्यू ऑपरेशन हुआ। इसके साथ ही नौगाम सेक्टर में पाकिस्तान की तरफ से हो रही गोलीबारी में सेना का एक जवान शहीद हो गया।
भिवानी में करीब 150 बच्चे फंसे थे-
बताया जा रहा है कि नौशेरा सेक्टर के भिवानी में सरकारी हाई स्कूल में करीब 150 बच्चे फंसे थे। जब पाकिस्तान की तरफ मोर्टार दागे गए और फायरिंग शुरू की गई तब ये बच्चे स्कूल में ही मौजूद थे। जिसके बाद एहतियातन स्कूल स्टाफ बच्चों को स्कूल में रोका गया है। करीब 25 स्कूल स्टाफ मेंबर्स और टीचर्स भी स्कूल में मौजूद थे। सभी को स्कूल से निकालकर सुरक्षित जगह ले जाने के लिए बुलेट प्रूफ गाड़ियों का इस्तेमाल किया गया। एलओसी से इस स्कूल की एरियल दूरी महज 3 किलोमीटर है। नौशेरा सेक्टर के शहर में बने सरकारी हाई स्कूल में भी करीब 50 बच्चे फंसे थे।
चला रेस्क्यू ऑपरेशन-
सीमा पार से हमले के बाद भारतीय सुरक्षाबल ने रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया। फंसे बच्चों को बचाने के लिए बुलेट प्रूफ गाड़ियां भेजी गयी।
वहीं राजौरी के डीआईजी दीपक स्लेथिया ने बताया कि सभी स्कूली छात्र सुरक्षित हैं। उन्होंने बताया कि स्कूल स्टाफ के साथ सभी छात्र स्कूल की बिल्डिंग में हैं। डीआईजी ने बच्चों के रेस्क्यू की भी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि बुलेट प्रूफ गाड़ियों से बच्चों को सुरक्षित जगह ले जाने की कोशिश की जा रही है। दूसरी तरफ सीमा पार से लगातार फायरिंग की जा रही है और मोर्टार दागे जा रहे हैं।
1 जवान शहीद-
कश्मीर के नौगाम सेक्टर में भी पाकिस्तान ने सीजफायर का उल्लंघन किया। पाकिस्तान की तरफ से की गई फायरिंग में सेना का एक जवान शहीद हो गया।