प्रदर्शन

असिस्टेंट प्रोफेसर बनने के लिए नेशनल एलिजिबिलिटी टेस्ट (नेट) का इंतजार कर रहे छात्रों विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने बड़ा झटका दिया है। यूजीसी ने जुलाई माह में होने वाली नेट परीक्षा को निरस्त कर दिया है। इस संबंध में यूजीसी ओर से 6 जून को नोटिफिकेशन जारी किया है। सीबीएसई नेट की वेबसाइट पर उपलब्ध इस नोटिफिकेशन के अनुसार, अगली परीक्षा नवंबर में आयोजित होगी। यूजीसी के इस फरमान के बाद परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों में खलबली मच गई है।

साल में दो बार होता है नेट का आयोजन-
यूजीसी के नियमानुसार, असिस्टेंट प्रोफेसर बनने के लिए नेट क्वालीफाई करना जरूरी होता है। नेट का आयोजन साल में दो बार जुलाई और नवंबर में होता है। मगर इस साल जुलाई की परीक्षा निरस्त कर दी गई है। केवल एक परीक्षा नवंबर में कराई जाएगी।

साल में एक बार कराने की तैयारी?
सूत्रों के मुताबिक यूजीसी इस परीक्षा को साल में एक बार कराने पर विचार कर रही है। इसको लेकर यूजीसी को कुछ सुझाव मिले हैं। साथ ही पास प्रतिशत 6 फीसदी रखने का सुझाव दिया गया है। हालांकि, इस मामले पर यूजीसी और सीबीएसई की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। यूजीसी के एक सूत्र के अनुसार नेट को सालाना परीक्षा करने के संबंध में अभी तक कोई निर्णय नहीं हुआ है। जुलाई की परीक्षा अदालत में चल रहे एक मामले में देरी के चलते रद्द की गई है।

छात्रों ने किया प्रदर्शन-
जुलाई की परीक्षा रद्द करने से छात्रों में खलबली मच गई है। बुधवार को बड़ी संख्या में छात्रों ने यूजीसी के बाहर प्रदर्शन किया। इसके बाद छात्रों का एक प्रतिनिधिमंडल यूजीसी के अतिरिक्त सचिव पंकज मित्तल से मिला। मित्तल ने छात्रों से कहा कि इस मामले पर मानव संसाधन विकास मंत्रालय और सीबीएसई से बात की जा रही है।