Banaras Hindu University (BHU) ने आर्ट्स और सोशल साइंस फैकल्टी के अंडरग्रेजुएट कोर्स में को-एजुकेशन की शुरुआत की है। यानी अब इन कोर्सेज में लड़कियां भी दाखिला ले सकेंगी।
एक न्यूज पोर्टल में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक फैकल्टी ऑफ आर्ट्स के डीन कुमार पंकज ने बताया कि दो फैकल्टी में को-एजुकेशन शुरू करने की योजना साल 2015 में ही बनाई गई थी, मगर कुछ परेशानियों के कारण उसे लागू नहीं किया जा सका था। अब जाकर आर्ट्स और सोशल साइंस के अंडरग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट कोर्सेज में को-एजुकेशन की शुरुआत की गई है।
वाइस चांसलर गिरीश चंद्र त्रिपाठी के निर्देश के बाद यह व्यवस्था इसी सेशन से लागू कर दी गई है। फैकल्टी ऑफ आर्ट्स BHU के सबसे पुराने विभागों में से एक है।
साल 1971 तक आर्ट्स और सोशल साइंस को एक फैकल्टी के तहत ही रखा गया था और ये एक सिंगल बॉडी की तरह काम करते थे। मगर 1971 के मध्य जाकर सोशल साइंस को एक अलग फैकल्टी के तौर पर बनाया गया।
BHU की स्थापना करने वाले पंडित मदन मोहन मालवीय ने साल 1929 में महिलाओं के लिए अलग महिला महाविद्यालय की स्थापना की। बीएचयू के तहत छात्राओं को अंडर ग्रेजुएट कोर्स में इसी महाविद्यालय में दाखिला मिलता था। जबकि पोस्ट ग्रेजुएट कोर्स में वो को-एजुकेशन का हिस्सा होती थी। अब यह व्यवस्था अंडरग्रेजुएट लेवल से ही कर दी गई है।
BHU में तीन संस्थाएं, 14 फैकल्टी, 140 विभाग, 4 इंटर-डिसिप्लिनरी सेंटर्स है। इसके साथ ही महिलाओं के लिए एक कॉलेज और तीन स्कूल्स भी हैं। BHU में ह्यूमैनिटीज की सभी शाखाओं, सोशल साइंस, टेक्नोलॉजी, मेडिसिन, साइंस, फाइन आर्ट्स और परफॉर्मिंग आर्ट्स की पढ़ाई होती है।