इंडियन प्रीमियर लीग की स्पॉन्सरशिप चीनी मोबाइल कंपनी वीवो ने फिर से हासिल कर ली है। वीवो के पास अब अगले पांच साल तक टाइटल स्पॉन्सरशिप रहेगी। स्पॉन्सरशिप के लिए विवो ने सर्वाधिक 2199 करोड़ रुपए की बोली लगाई। जबकि प्रतिद्वंद्वी ओपो 1430 करोड़ रुपए की बोली के साथ दूसरे स्थान पर रहा।
वीवो ने दो वर्षों के लिए 100 करोड़ रुपए प्रति वर्ष की दर से टाइटल स्पॉन्सरशिप हासिल की थी, जो पेप्सी से 20 करोड़ रुपए ज्यादा था। पेप्सी को को 2013-2015 तक के लिए स्पॉन्सरशिप मिली थी।
चीनी कंपनी वीवो बीसीसीआई को प्रति वर्ष करीब 440 करोड़ रुपए भुगतान करेगी, जो पहले से चार गुना अधिक है। बीसीसीआई ने 31 जुलाई 2022 तक के लिए निविदाएं आमंत्रित की थीं।
VIVO retains title sponsorship for IPL 2018-22. They bid Rs.2,199 Crores, 554% increase over the previous contract! pic.twitter.com/6D7RXooTvB
— IndianPremierLeague (@IPL) June 27, 2017