शिवसेना के मुखपत्र सामना में एक संपादकीय प्रकाशित की गई है। जिसमें शिवसेना ने भारत की हार के बाद टीवी फोड़ने वाले दर्शकों पर निशाना साधा है। दरअसल, चैंपियंस ट्रॉफी में ओवल में फाइनल मुकाबले में पाकिस्तान से भारत की हार गयी थी जिसके बाद शिवसेना ने अपनी प्रतिक्रिया दी है।
शिवसेना ने कहा है कि, ‘अगर पाकिस्तान के साथ क्रिकेट में हारना पाप होगा तो उनके साथ होने वाले मुकाबले को देखना महापाप है, संभवत गोवंश हत्या से भी बड़ा पाप है।’
‘टीवी फोड़ने की देशभक्ति’ करके एक संपादकीय प्रकाशित की गई है जिसमें कहा गया है, ‘जिन्होंने टीवी फोड़ा उन्हें पाकिस्तान के साथ होने वाला मुकाबला देखने की बजाय टीवी बंद कर ब्लैक आउट करना चाहिए था, अगर ऐसा करते तो वह असली देशभक्त कहलाते।’
शिवसेना ने कहा, ‘सवा सौ करोड़ देशवासियों ने ऐसा बहिष्कार किया होता तो कश्मीर में शहीद हुए जवामनों और निरपराध हिंदुओं के लिए वह सच्ची श्रद्धांजलि होती। हालांकि क्रिकेट में धर्म और राजनीति नहीं लाई जानी चाहिए, ऐसी सलाह देने वालों को टीवी फोड़ने वालों की भावनाओं को समझना होगा।’
संपादकीय में लिखा है, ‘पाकिस्तान ने हमें क्रिकेट मैच में हराया है, इस बात का संताप जिन्हें हुआ वे कभी तो कश्मीर में शहीद होने वाले जवानों के सम्मान में भी संतापित होकर सड़क पर उतरें! देशभक्ति का मतलब सिर्फ नोटबंदी का समर्थन नहीं और टीवी फोड़ना नहीं!’
चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल मुकाबले में पाकिस्तान टीम ने 50 ओवर में 4 विकेट खोकर 338 रन बनाए थे। जिसके जवाब में टीम इंडिया पूरे ओवर भी बल्लेबाजी नहीं कर पाई और 30.3 ओवर में 158 रनों पर ही सिमट गई और भारतीय टीम को 180 रनों से हार का सामना करना पड़ा।