जमानत

भगोड़े शराब कारोबारी विजय माल्या के प्रत्यर्पण के मामले पर मंगलवार को लंदन की वेस्टमिंस्टर कोर्ट से जमानत मिली थी। वह देश के बैंकों का 9,000 करोड़ रुपये लोन लेकर लंदन भाग चका हैं। भारत सरकार की शिकायत पर अप्रैल में स्कॉटलैंड यार्ड पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया था और अब वह जमानत पर रिहा है। खबर है कि भारत की ओर से पर्याप्त सबूत ना पेश करने के कारण कोर्ट की ओर से भारत का मजाक उड़ाया गया।

जमानत के बाद माल्या ने कहा था कि मुझे कुछ नहीं कहना है, मैं सारे आरोप खारिज करता हूं। मैं किसी कोर्ट से भागा नहीं हूं। मेरे पास कोर्ट में मामले को साबित करने के लिए पर्याप्त सबूत हैं।

टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक, कोर्ट की चीफ जस्टिस एमा अर्बुथनोट ने दो हफ्ते की सुनवाई के लिए 4 दिसंबर की तारीख दी है क्योंकि भारत सरकार की ओर से माल्या के प्रत्यर्पण के सबूत अभी तक नहीं पहुंचे थे।

भारत के वकील ने उन्हें बताया कि अभी हमें सबूत पेश करने के लिए 4-6 हफ्ते चाहिए। जिसके बाद एमा ने कहा कि क्या आम तौर पर भारतीय जल्दी प्रतिक्रिया देते हैं?

बुधवार सुबह ही माल्या ने ट्वीट किया कि, ‘भारतीय मीडिया उनके खिलाफ लगातार गलत खबरें चलाई हैं। भारत सरकार ने उनके खिलाफ केस दायर किया हुआ है, फैसले का इंतज़ार करें।’