आंदोलन

मंदसौर में किसान आंदोलन को लेकर राजनीतिक गरमा गई है। गुरुवार को कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी रोक के बावजूद राजस्थान के लिए रास्ते मंदसौर के लिए बढ़ चले। नयागांव इलाके में राहुल प्रशासन को चकमा देते हुए बाइक से ही मंदसौर के लिए निकल पड़े। इस बीच बीजेपी ने कांग्रेस पर किसानों को उकसाने का आरोप लगाया है।

इस बीच आंदोलन के बेकाबू होने के बाद मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार अब कुछ ऐक्शन में है। राज्य सरकार ने गुरुवार को मंदसौर के डीएम स्वतंत्र कुमार सिंह और एसपी ओपी त्रिपाठी को हटा दिया। इसके साथ ही रतलाम और नीमच के डीएम भी बदले गए हैं। किसान आंदोलन के केंद्र बंने मंदसौर में ओमप्रकाश श्रीवास्तव को नया डीएम बनाया गया है।

मध्य प्रदेश के मंदसौर जिले में आंदोलनकारी किसानों पर पुलिस फायरिंग में 5 किसानों की मौत के बाद राज्य में भारी हंगामे का मौहाल है। मंदसौर में गुस्साएं प्रदर्शनकारियों ने जगह-जगह तोड़फोड़ की, वहीं 8-10 वाहनों को आग के हवाले कर दिया। वहीं बारखेड़ा इलाके में पुलिस पर पथराव किया। राज्य में गुस्साएं प्रदर्शनकारियों ने मंदसौर, देवास, नीमच, धार और इंदौर सहित कई हिस्सों में लूटपाट, आगजनी, तोड़फोड़ और पथराव किया। इस बीच कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पुलिस गोलीबारी में मारे गए किसानों के परिवारों से मिलने मंदसौर के लिए रवाना हो चुके हैं।इस बीच बढ़ते तनाव को देखते हुए इलाके में रैपिड एक्शन फोर्स को तैनात कर दिया गया है। उज्जैन में भी पुलिस पर लोगों ने पथराव किया। 4 जिलों में इंटरनेट पर भी रोक लगा दी गई है। प्रदर्शनकारियों ने मंदसौर के कायमपुर में यूसीओ बैंक की ब्रांच में आग लगा दी थी।

इससे पहले खबर आई थी कि कांग्रेस उपाध्यक्ष बुधवार को ही पीड़ित परिवारों से मिलने मंदसौर जाने वाले थे, लेकिन प्रशासन ने उनके हेलीकॉप्टर को लैंडिंग की इजाजत देने से इनकार कर दिया था। हालांकि राहुल को अब भी प्रशासन की तरफ से लैंडिंग की इजाजत नहीं मिली है। ऐसे में राहुल उदयपुर के रास्ते मध्य प्रदेश में प्रवेश करेंगे।

प्राप्त जानकारी के मुताबिक, राहुल गांधी गुरुवार सुबह 9 बजे के करीब फायरिंग में मारे गए किसानों के घरवालों से मिलेंगे। इस दौरान उनके साथ कांग्रेस सांसद कमलनाथ और मोहन प्रकाश के अलावा जेडीयू अध्यक्ष शरद यादव भी होंगे।

ग्रामीण विकास मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा, ‘मध्य प्रदेश के किसान शांतिप्रिय हैं। वे किसी तरह की हिंसक गतिविधि में शामिल नहीं होते। पूरी घटना के पीछे साजिश है।’ उन्होंने कहा, ‘इस घटना के पीछे वे लोग हैं, जो राज्य में शांति और समृद्धि नहीं चाहते हैं और यह नहीं देख सकते कि राज्य की बीजेपी सरकार सुचार रूप से काम कर रही है।’