बिहार में नीतीश कुमार की अगुवाई में चल रही महागठबंधन सरकार में कुछ ठीक नहीं चल रहा है। नीतीश कुमार और लालू यादव भले ही सबकुछ ठीक होने का दावा कर रहे हों लेकिन हाल के दिनों में जेडीयू-आरजेडी के नेताओं के बीच बयानबाजी से तल्खी खुलकर सामने आई है।
शुक्रवार को नीतीश कुमार ने कैबिनेट की बैठक बुलाई थी। जब नीतीश कुमार की बुलाई कैबिनेट बैठक में डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव, स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप, शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी समेत कई मंत्री नहीं पहुंचे। ये बैठक पंचायती राज व्यवस्था में सुधार के मामले पर चर्चा के लिए बुलाई गई थी। ये बैठक 11.30 बजे होनी थी।
नीतीश कुमार की कैबिनेट बैठक के लिए बाहर पत्रकार मौजूद थे। यहां सवाल ये भी उठता है कि कहीं इन खुलासों पर सवालों से बचने के लिए तो ये मंत्री कैबिनेट बैठक से दूर नहीं रहे। मंत्री अब्दुल जलील मस्तान भी बैठक में नहीं पहुंचे। वे अपने विधानसभा क्षेत्र पुर्णिया में हैं।
इस साल बिहार में 12वीं की परीक्षा में 62 फीसदी छात्र फेल हो गए। कई छात्र अन्य गड़बड़ियों को लेकर भी सामने आए। इन सब खुलासों से नीतीश सरकार बैकफुट पर है। हालांकि, शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी अपने राज्य के टॉपर्स को क्लीन चिट दी है।