देसाई

शिव सेना नेता और महाराष्ट्र के उद्योग मंत्री सुभाष देसाई ने पार्टी के दिवंगत नेता बाल ठाकरे के स्मारक के निर्माण को लेकर एक विवादित बयान दे दिया है। सुभाष देसाई दिवंगत नेता बाल ठाकरे की तुलना महात्मा गांधी से करते हुए कहा कि, “जब महात्मा गांधी का स्मारक बन सकता है बाल ठाकरे का क्यों नहीं बन सकता।”

देसाई ने आगे कहा- लोकतंत्र में हम सभी के पास अधिकार हैं। बाला साहेब एक महान नेता थे और एक शिव सैनिक भी। आम आदमी भी चाहता है कि उनके सम्मान में उनकी प्रतिमा बनाई जाए। सरकार ने इसे बनाने को लेकर फैसला ले लिया है और इसमें कुछ भी गलत नहीं है। शिव सेना संस्थापक के व्यक्तित्व को महज कुछ मापदंडों के आधार पर तौला नहीं जा सकता है।

देसाई ने यह तक कह दिया कि सवाल उठाया जा रहा है कि बाला साहेब किसी पद पर नहीं थे। इसके जवाब में मैं यह पूछना चाहूंगा कि क्या माहत्मा गांधी किसी किसी पद पर थे? महात्मा गांधी के पास कोई प्रशासनिक पद नहीं था, फिर भी उनके स्मारक बनाए जाते हैं। क्या किसी ने गांधी के स्मारक को लेकर कभी सवाल उठाए हैं?

देसाई ने संवाददाताओं से बातचीत में सवाल पूछा, ‘महात्मा गांधी के लिए स्मारक बना था जबकि वह किसी भी संवैधानिक पद पर नहीं थे तो फिर बालासाहेब के लिए ऐसा क्यों नहीं हो सकता है?’

बता दें कि दादर के शिवाजी पार्क में शिवसेना के संस्थापक रहे बाल ठाकरे का स्मारक प्रस्तावित है। यह जगह अभी मुंबई के मेयर का आवास है। स्मारक बनने के बाद मेयर का आवास बायकुला जू हो जाएगा। उल्लेखनीय है कि शिव सेना संस्थापक बाल ठाकरे का नवंबर 2012 में निधन हो गया था।