पाकिस्तान जासूसी के आरोप में गिरफ्तार भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव को फांसी देने की जल्दबाजी में उसने अंतरराष्ट्रीय कोर्ट से इस मामले में जल्द सुनवाई की अपील की है। लेकिन पाकिस्तान ने साफ कर दिया है कि कोर्ट में सुनवाई पूरी होने तक वो जाधव की फांसी के सैन्य अदालत के फैसले पर अमल नहीं करेगा।
पाकिस्तान के अखबार द एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने सूत्रों के हवाले से कहा है कि पाक विदेश मंत्रालय ने हेग में अंतरराष्ट्रीय अदालत के रजिस्ट्रार को एक चिट्ठी लिखी है जिसमें जाधव मसले पर जल्द सुनवाई की पाकिस्तान की इच्छा से अवगत कराया गया है। पाक चाहता है कि अगले कुछ हफ्ते में ही ये सुनवाई हो जाए।
एक वरिष्ठ अधिकारी के हवाले से अखबार में कहा गया है कि आईसीजे इस मामले में अक्टूबर में सुनवाई कर सकती है लेकिन सरकार चाहती है कि ये अगले छह हफ्ते में हो जाए। पाक ने ये चिट्ठी इस बात को ध्यान में रखते हुए लिखी है कि अंतरराष्ट्रीय अदालत के जजों के लिए नवंबर में चुनाव होने हैं।
पाकिस्तान के अटॉर्नी जनरल अश्तर अशरफ अली अंतरराष्ट्रीय अदालत की कार्यवाही में मौजूद रह सकते हैं हालांकि सरकार ने पाकिस्तान के अटॉर्नी खावर कुरैशी को बदलने के बारे में कोई निर्णय नहीं लिया है और विदेश मंत्रालय के अफसर ने बताया कि कुरैशी की परफोरमेंस को संतोषजनक माना गया है।