ब्रिटेन के दर्जनों अस्पतालों के कंप्यूटर्स को हैकर्स ने रैंजमवेयर के माध्यम से हैक कर लिया है। यह खबर शुक्रवार की शाम आयी है। ताजा रिपोर्ट की मानें तो अब 99 देश इस साइबर अटैक की चपेट में आ चुके हैं। इसके तहत लगभग 75 हजार कंप्यूटर्स को टारगेट बनाया गया है। ब्रिटेन के नेशनल हेल्थ सर्विस को निशाना बनाने वाले इस रैंजमवेयर का नाम WanaCrypt0r 2.0 है।
आपको बता दें कि रैंजमवेयर एक तरह का मैलवेयर होता है, जो कंप्यूटर को रिमोटली लॉक करके डेटा एन्क्रिप्ट करने का काम करता है। इसे डिक्रिप्ट और कंप्यूटर को अनलॉक करने के लिए हैकर्स पैसों की डिमांड करते हैं। साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट्स ने इस संबंध में बताया कि हैकर्स ने वैसे तरीकों को अपनाया है, जिसे नेशनल सिक्योरिटी एजेंसी ने डेवलप किया था, जो कुछ दिन पूर्व ही में लीक हुआ है। इस खतरनाक मैलवेयर को ईमेल के माध्यम से टार्गेट कंप्यूटर में भेजा जा रहा है। इतना ही नहीं हैकर्स कंप्रेस्ड और एन्क्रिप्टेड फाइल के माध्यम से भी कंप्यूटर्स को निशाना बनाने का काम कर रहे हैं।
इस साइबर अटैक के कारण अमेरिकन मल्टिनेशल कूरियर डिलिवरी सर्विस FedEx के कंप्यूटर्स को भी नुकसान पहुंचा है। कंपनी की मानें तो उन्हें भी वैसे ही साइबर अटैक का सामना करना पड़ रहा है, जैसे ब्रिटेन के हॉस्पिटल्स में हो रहा है। इस अटैक का असर रूस में ज्यादा पड़ता नजर आ रहा है। रिपोर्टस की मानें तो रूस के गृह मंत्रालय ने इस बात को माना है कि उन्हें भी साइबर अटैक का सामना करना पड़ रहा है।
वहीं स्पेन की सबसे बड़ी नेशनल टेलीकम्यूनेकशन फर्म टेलीफोनिक और टेलीकॉम दिग्गज टेलीफोका भी इस साइबर अटैक की जद में है, जिसके कंप्यूटर्स भी रैंजमवेयर के माध्यम से हैक किये गये हैं। ब्रिटेन और स्पेन उन देशों में से हैं, जिन्होंने सबसे पहले इस साइबर अटैक को आधिकारिक तौर पर माना है।
न्यूज एजेंसी रॉयटर्स की मानें, तो टेलीफोनिका के साथ भी कई कंपनियां खतरनाक सॉफ्टवेयर की चपेट में हैं। यहां उल्लेख कर दें कि यह साइबर अटैक Windows कंप्यूटर्स में हो रहा है और खास कर उनमें जिनमें XP है।
ऐसे बचायें खुद को साइबर अटैक से-
मार्च में माइक्रोसॉफ्ट ने Windows यूजर्स के लिए एक सिक्योरिटी पैच अपडेट किया था। आपने यदि इसे इंस्टॉल नहीं किया है, तो अब वक्त आ गया है इसे इंस्टॉल कर लें।