अगर आपने गौर किया होगा तो देखा होगा कि पीएम मोदी के काफिले में उनके सबसे नज़दीक के बॉडीगॉर्ड के पास एक ब्रीफ़केस होता है। मोदी कहीं भी जाते हैं ये ब्रीफ़केस हमेशा उनके साथ रहता है। लोग ये जानने के लिए बहुत उत्सुक भी हैं कि आखिर ऐसा क्या है इस ब्रीफ़केस में जो पीएम मोदी को जान से भी ज़्यादा प्यारा है। जिसको मोदी एक पल भी अपने से जुदा नहीं कर सकते, साथ-साथ लेकर घूमते हैं।
कुछ लोगों का मानना है कि इस ब्रीफ़केस में न्यूक्लिअर बटन है जो हर वक़्त मोदी के साथ रहता है। प्रधानमंत्री जहाँ से भी चाहें किसी भी देश पर न्यूक्लिअर अटैक कर सकते हैं। अमेरिका और रूस के प्रेसिडेंट की तरह पीएम मोदी भी अपने साथ न्यूक्लिअर बटन रखते हैं। अमेरिका में इसे न्यूक्लिअर फुटबॉल कहा जाता है जिसे वहां के प्रेसिडेंट हमेशा अपने साथ रखते हैं। वे कहीं से भी न्यूक्लिअर हथियारों को लांच कर सकते हैं। ठीक ऐसे भी रूस के प्रेजिडेंट के पास भी न्यूक्लिअर ब्रीफ़केस होता है। लोगों का अनुमान है कि मोदी जी के ब्रीफ़केस में भी न्यूक्लिअर बटन है। लेकिन सच कुछ और है।
दरअसल मोदी के बॉडीगॉर्ड के पास हर पल रहने वाले ये ब्रीफ़केस, कोई ब्रीफ़केस नहीं बल्कि एक पोर्टेबल फोल्डआउट बैलिस्टिक शील्ड होती है, जो एनआईजी लेवल 3 की सुरक्षा प्रदान करती है।
दिखने में तो ये बेहद पतली होती है लेकिन कमाल का काम करती है। प्रधानमंत्री की सुरक्षा में लगे लोगों को अगर किसी भी तरह का खतरा महसूस होता है तो वो इसे नीचे की तरफ खोल देते हैं। ये शीट प्रधानमंत्री की ढाल की तरह काम करती है।
एसपीजी के साथ प्रधानमंत्री की सुरक्षा के लिए एक काउंटर अटैक टीम भी होती है जो सुरक्षा के अलग-अलग तरीके इस्तेमाल करती है। इन लोगों को प्रधानमंत्री की प्रोटेक्शन के लिए बेहद खास तरह की ट्रेनिंग दी जाती है। इस टीम की ट्रेनिंग बहुत कठिन होती है और इन्हें किसी भी हाल में प्रधानमंत्री को हर खतरे से बचाना होता है। इस तरह से प्रधानमंत्री के बॉडीगार्ड्स की ब्रीफकेस एक सुरक्षा कवच है। आखिर में एक बात और बताते चलें कि भारत में न्यूक्लिअर वेपन लांच करने की पावर प्रधानमंत्री के पास नहीं बल्कि न्यूक्लिअर कमांड अथॉरिटी के पास होती है।