उच्चस्तरीय सुरक्षा बैठक में टकराव की सूचना लीक मामले में कार्रवाई को लेकर पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और सेना के बीच ठन गई है। हालांकि मामले में शरीफ ने अपने विश्वसनीय सहयोगी तारिक फातमी को बर्खास्त कर दिया है, मगर पाक सेना ने उनकी इस कार्रवाई को नाकाफी बताया है। दरअसल, हाल ही में पाकिस्तानी सरकार और शीर्ष सैन्य नेतृत्व के बीच उच्चस्तरीय सुरक्षा बैठक में टकराव की खबर लीक हो गई थी, जिसको पाकिस्तानी अखबार डॉन ने प्रमुखता से प्रकाशित किया था। इसके बाद हड़कंप मच गया था।
शनिवार को पाक पीएम नवाज शरीफ के लिए उस वक्त संकट की स्थिति पैदा हो गई थी, जब सेना ने सूचना लीक मामले में तारिक फातमी को बर्खास्त करने के उनके कदम को खारिज कर दिया और एक समिति की ओर से की गई अनुशंसाओं के पूरी तरह से क्रियान्वयन की मांग की। फातमी को हटाने की ‘अधिसूचना’ को लेकर टकराव पैदा होने के बाद शरीफ सरकार ने तत्काल हालात संभालने की कोशिश शुरू कर दी। साथ ही घोषणा की है कि जांच की सिफारिश के क्रियान्वयन के लिए ‘असली अधिसूचना’अभी जारी की जानी है।
Notification on Dawn Leak is incomplete and not in line with recommendations by the Inquiry Board. Notification is rejected.
Notification on Dawn Leak is incomplete and not in line with recommendations by the Inquiry Board. Notification is rejected.
— Maj Gen Asif Ghafoor (@OfficialDGISPR) April 29, 2017
मामले को लेकर मतभेद उस वक्त पैदा हुआ, जब सेना ने शरीफ के अपने विश्वसनीय सहयोगी तारिक फातमी को बर्खास्त करने के फैसले को खारिज कर दिया और कहा कि उनकी कार्रवाई अधूरी है। पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल आसिफ गफूर ने ट्वीट किया, ‘डॉन लीक मामले में जारी अधिसूचना अधूरी है और यह जांच बोर्ड की सिफारिशों के मुताबिक नहीं है। लिहाजा अधिसूचना को खारिज किया जाता है।’दरअसल, सूचना लीक मामले में संकट से घिरे पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने शनिवार को अपने विश्वासपात्र सहयोगी तारिक फातमी को पद से हटा दिया।
पाक गृहमंत्री ने सेना की आलोचना की
शरीफ और सेना के बीच टकराव के हालात पैदा होने के बाद गृहमंत्री चौधरी निसार अली खान ने सेना की जल्दबाजी वाली प्रतिक्रिया की आलोचना करते हुए कहा कि ट्विटर पर प्रतिक्रियाएं देश के लिए बेहद खतरनाक हैं। उन्होंने कहा कि देश में बहुत सारे मुद्दे हैं और यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि उनसे ट्वीट के जरिए निपटा जा रहा है। सरकारी संस्थाएं एक दूसरे से ट्वीट के जरिए संवाद नहीं करती हैं। खान ने कहा कि मामले में अब तक कोई अधिसूचना जारी नहीं की गई है।
उच्चस्तरीय सुरक्षा बैठक की सूचना हो गई थी लीक
हाल ही में एक उच्चस्तरीय सुरक्षा बैठक के दौरान पाकिस्तान सरकार और सैन्य नेतृत्व के बीच टकराव की सूचना लीक हो गई थी। मीडिया में सूचना लीक होने के मामले की जांच में दोषी पाए जाने के बाद फातमी को हटाने का निर्णय लिया गया था। जांच समिति ने पाक प्रधानमंत्री के विदेश मामलों के विशेष सहायक फातमी को हटाने की सिफारिश की थी, जिसे शरीफ ने मंजूरी दे दी थी।