अमेरिका ने दक्षिण कोरिया में अपना मिसाइल डिफेंस सिस्टम भेजना शुरू कर दिया है, जिसकी वजह से इस इलाके में तनाव बढ़ता जा रहा है। चीन ने कहा है कि यह अमेरिका की ओर से उकसाने वाला कदम है।
हालांकि अमेरिका ने कहा कि चीन इस इलाके में बढ़ते तनाव को कम करने के लिए बड़ी भूमिका निभा सकता है। वहीं दक्षिण कोरिया की ओर से कहा गया है कि टर्मिनल हाई एल्टीट्यूड एरिया डिफेंस सिस्टम यानी टीएचएएडी को लगाने के लिए एक साल पहले ही बातचीत तय हो चुकी है, ताकि नॉर्थ कोरिया की ओर से किसी भी तरह के हमले को रोका जा सके।
दूसरी ओर चीन को इस बात का डर सता रहा है कि अमेरिकी मिसाइल डिफेंस के आगे उसकी अपनी परमाणु क्षमता कम हो जाएगी, जो कि इस इलाके में शक्ति संतुलन के हिसाब से बड़ा खतरा बन जाएगा।
चीन ने इसके साथ ही कई तरह के आर्थिक प्रतिबंध भी दक्षिण कोरिया के ऊपर लगा दिए हैं। जिसमें पर्यटकों के आने-जाने पर भी बैन कर दिया गया है। आज सुबह कई टीवी चैनलों ने दक्षिण कोरिया के एक गोल्फ कोर्स की तस्वीरें दिखाईं हैं, जहां पर मिसाइल डिफेंस सिस्टम से जुड़ी चीजें लाकर रखी गई थीं।
हालांकि कुछ लोगों ने वहीं पर अपनी ही सरकार के इस कदम का विरोध किया है, उनका कहना था कि इससे पर्यावरण को लेकर बड़ा खतरा है। जबकि दक्षिण कोरिया के रक्षा मंत्रालय की ओर से सफाई में कहा गया है कि इस मिसाइल सिस्टम तैनाती के पीछे सुरक्षा को और पुख्ता करना है।
माना जा रहा है कि हाल ही में उत्तर कोरिया की ओर से किए गए मिसाइलों के परीक्षण और अमेरिका को दी गई धमकी के बाद से मिसाइल सिस्टम तैनात करने का फैसला लिया गया है।
वहीं अमेरिका चीन से कई बार कह चुका है कि वह उत्तर कोरिया से बातकर उसकी ओर से की जा रही भड़काऊ बयानबाजी और मिसाइलों परीक्षणों पर रोक लगाए, मगर इसी बीच खबर आ रही है कि उत्तर कोरिया छठे परमाणु परीक्षण की तैयारी कर रहा है।