वैदिक ज्योतिष में भूमि पुत्र मंगल को अग्नि का कारक कहा गया है इसलिए चन्द्रमा की राशि कर्क में जाकर वो नीच के हो जाते हैं। चन्द्रमा जल का कारक है और अग्नि जल का कोई मेल नहीं है इसलिए मंगल पूर्ण बलहीन होकर अपना कोई भी शुभ प्रभाव यहां नहीं देते हैं। मंगल 10 मई को कर्क राशि में प्रवेश करेंगे और 1 जुलाई तक यही विराजमान रहने वाले हैं। इस दौरान शनि से षडाष्टक योग भी बनेगा। 3 राशियों के लिए यह गोचर शुभ नहीं है। आइए जानते हैं।
मिथुन राशि – इस राशि के जातकों के लिए मंगल का गोचर धन भाव में होगा। इस भाव में मंगल का गोचर आपको गुस्सैल बना सकता है। अगर संपत्ति को लेकर कोई विवाद चल रहा है तो वो गहरा सकता है। इस समय आपको किसी कोर्ट केस में घसीटा जा सकता है इसलिए किसी भी जगह बिना सोचे समझे अपने हस्ताक्षर नहीं करने हैं। इस समय धन के निवेश को लेकर आपको सावधानी बरतनी होगी। इस समय आपको परिवार में कलह की स्थिति का सामना करना पड़ सकता है। इस गोचर काल के दौरान आपको सलाह दी जाती है कि वाहन सावधानी से चलाएं।
सिंह राशि – इस राशि के जातकों के लिए मंगल का गोचर अब द्वादश भाव से होगा। इस भाव में नीच राशि के मंगल का गोचर आपके खर्चे में वृद्धि करने वाला होगा। इस समय आपको बेवजह की यात्राएं करनी पड़ सकती हैं। आपका मानसिक तनाव बढ़ जाएगा और अपनी मां की सेहत को लेकर भी आप परेशान रहने वाले है। किसी भवन निर्माण की गतिविधि भी आपको बेवजह कष्ट दे सकती है। इस समय आयात निर्यात से जुड़े जातक धन के मामले में सावधानी बरतें वहीं विदेश में रहने वाले किसी भी प्रकार का कोई झगड़ा नहीं करें।
धनु राशि – इस राशि के जातकों के लिए मंगल का गोचर अब अष्टम भाव से होगा। इस भाव में मंगल का गोचर शुभ नहीं माना गया है। इस गोचर के प्रभाव से आपको स्वास्थ्य से जुड़ी समस्या हो सकती है। रक्त विकार की समस्या जिनको है वो डॉक्टर से परामर्श लेते रहें। इस समय आपको ससुराल पक्ष के साथ किसी भी प्रकार का आर्थिक लेनदेन नहीं करना है वहीं अपनी पत्नी के साथ किसी भी प्रकार की कोई बहस नहीं करें। इस समय दाम्पत्य जीवन में कलह के आसार नज़र आ रहे है। इस समय पैसे का निवेश सोच समझकर करें।