नगर निकाय चुनाव के पहले चरण के मतदान के लिए डीजीपी मुख्यालय ने पुख्ता सुरक्षा बंदोबस्त किए हैं। बृहस्पतिवार को होने वाली मतदान की प्रक्रिया को निष्पक्ष एवं सकुशल संपन्न कराने के लिए पुलिस मुख्यालय के चुनाव प्रकोष्ठ ने प्रदेश के समस्त जनपदों के मतदान केंद्रों की संवेदनशीलता का विविध कारकों के आधार पर आकलन करते हुए अति संवेदनशील प्लस तथा अति संवेदनशील मतदान केंद्रों एवं मतदेय स्थलों का चिन्हीकरण करते हुए पुलिस प्रबंध किए है।
स्पेशल डीजी कानून-व्यवस्था एवं अपराध प्रशांत कुमार ने बताया कि प्रथम चरण में 33 जनपदों व चार पुलिस कमिश्नरेट में मतदान होना है। समस्त अति संवेदनशील प्लस व अति संवेदनशील मतदान केंद्रों पर जिला निर्वाचन अधिकारी से समन्वय स्थापित कर आवश्यकतानुसार वेब कास्टिंग, वीडियोग्राफी एवं सीसीटीवी आदि की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है।
वहीं, लाइसेंसी शस्त्र धारकों का सत्यापन तथा स्क्रीनिंग कमेटी का गठन कर शस्त्र जमा कराए गए हैं। अवैध शराब के कारोबारियों के खिलाफ अभियान चलाया गया है। वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के नेतृत्व में फ्लैग मार्च, फुट पेट्रोलिंग तथा घुड़सवार पुलिस नियमित पेट्रोलिंग कर रही है। समस्त मतदान केंद्रों का राजपत्रित अधिकारियों के नेतृत्व में निरीक्षण एवं भौतिक सत्यापन किया जा रहा है। पुलिस मुख्यालय पर राजपत्रित अधिकारी के नेतृत्व में चुनाव प्रकोष्ठ तथा चुनाव कंट्रोल रूम का गठन कर लगातार मॉनीटरिंग की जा रही है। सोशल मीडिया सेल लगातार आपत्तिजनक पोस्ट, अफवाहों आदि पर कार्रवाई कर रही है।
अभियान चलाकर निरोधात्मक कार्रवाई
अब तक समस्त जनपदों में अभियान चलाकर 15,698 गैर जमानती वारंटियों, 6354 वांछित अभियुक्तों तथा 281 पुरस्कार घोषित अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है। वहीं 14 अभियुक्तों पर रासुका की कार्रवाई की गयी है। गैंगस्टर एक्ट के तहत 1101 अभियुक्तों पर मुकदमा दर्ज कर इनमें से 831 को गिरफ्तार किया गया है। गुण्डा अधिनियम के तहत 7337 अभियुक्तों का चालान कर 2012 को जिला बदर कराया गया। इसके अलावा करीब 4000 अवैध शस्त्र, 4500 से ज्यादा कारतूस, 3470 किलो विस्फोटक बरामद किया गया है। साथ ही, अवैध शराब के 1700 से ज्यादा कारोबारियों को दबोचा गया। शांति भंग की आशंका में 5.50 लाख से अधिक लोगों पर कार्रवाई की गयी है, जबकि 6.50 लाख लोगों को पाबंद कराया गया है। करीब 8.20 लाख वाहनों का चालान और 7426 वाहनों को सीज किया गया है।
प्रथम चरण के मतदान केंद्र
कुल मतदान केंद्र – 7372
मतदेय स्थल – 23,614
अति संवेदनशील प्लस – 720
अति संवेदनशील – 1913
कुल संवेदनशील – 2633
सामान्य मतदान केंद्र – 4721
संवेदनशीलता का प्रतिशत – 35.80
पुलिस बल का आवंटन
– 19,880 निरीक्षक एवं उप निरीक्षक
– 1,01,477 मुख्य आरक्षी एवं आरक्षी
– 47,985 होमगार्डस स्वयंसेवक
– 86 कंपनी, दो प्लाटून अर्द्धसैनिक बल
– 35 कंपनी केंद्रीय अर्द्धसैनिक बल
– 7500 प्रशिक्षणाधीन उप निरीक्षक
पुलिस के साथ पीएसी और अर्धसैनिक बल भी तैनात
नगर निकाय चुनाव को लेकर पुलिस ने भी कमर कस ली है। सुरक्षा को लेकर सारे बंदोबस्त पूरे कर लिए गए हैं। मंगलवार को पुलिस कमिश्नर एसबी शिरडकर ने पुलिस लाइन में चुनाव को लेकर ड्यूटी में तैनात अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ बैठक की। सुपर, जोनल व सेक्टर मजिस्ट्रेट की ड्यूटी भी लगाई गई है।
चार अप्रैल को वोटिंग होगी। इसमें 114 मतदान केंद्र संवेदनशील, 145 अति संवेदनशील और 75 केंद्र अतिसंवेदनशील प्लस की श्रेणी में हैं। हर बूथ पर पुलिस वालों की ड्यूटी लगाई गई है। चुनाव के मद्देनजर मतदान केंद्रों पर 178 इंस्पेक्टर, 1371 दरोगा, 350 ट्रेनी दरोगा, 9225 सिपाही, 5498 होमगार्ड, 5 कंपनी व एक प्लाटून पीएसी तैनात की गई है। इसके अलावा गैर जनपद से 291 दरोगा, 208 सिपाही भी बुलाए गए हैं।
हर थाने पर दो-दो के हिसाब से 94 क्यूआरटी मतदान के वक्त इलाके में गश्त करेगी। वहीं 133 सेक्टर मजिस्ट्रेट, 35 जोनल मजिस्ट्रेट और 12 सुपर नोडल मजिस्ट्रेट की ड्यूटी लगाई गई है। इसके अलावा 10 डीसीपी, 11 एडीसीपी, 23 एसीपी और एक कंपनी बीएसएफ और अर्धसैनिक बल भी तैनात रहेंगे। चुनाव के दिन शराब व बीयर की दुकानें पूरी तरह बंद रहेंगी। पुलिस कमिश्नर ने सभी अधिकारियों को चुनाव से 24 घंटे पहले से ही एक्टिव रहने और इलाके में गश्त करने की हिदायत दी है। साथ ही मतदान के दौरान किसी भी तरह की किसी भी शिकायत पर फौरन उचित कार्रवाई करने के निर्देश दिए।