कानपुर: बागेश्वर धाम वाले बाबा के चर्चाओं में रहने के बाद अब कानपुर के करौली बाबा विवाद से घिरते नजर आ रहा है। उसके खिलाफ नोएडा के रहने वाले डॉक्टर के द्वारा मुकदमा दर्ज करवाया गया है। करौली बाबा का वास्तविक नाम संतोष सिंह है। उस पर आरोप है कि जब उनके चमत्कार को डॉक्टर ने नकार दिया तो उन्होंने अपने सेवादारों से उसकी पिटाई करवा दी।
14 एकड़ में फैला हुआ है साम्राज्य
बाबा इन तमाम आरोपों को निराधार बता रहा है। बाबा का कहना है कि यह सब षडयंत्र के तहत किया गया और इसमें दवाई माफियाओं का हाथ है। गौरतलब है कि संतोष सिंह भदौरिया उर्फ करौली बाबा का करोड़ा का साम्राज्य कानपुर में देखने को मिल जाएगा। करौली गांव जो कानपुर मुख्यालय से तकरीबन 20 किमी की दूरी पर है, वहां 14 एकड़ में फैला बाबा का आश्रम भीड़ से भरा रहता है। देश ही नहीं, विदेशों से भी यहां रोजाना हजारों की संख्या में भक्त आते हैं।
हवन से लेकर बाबा से मुलाकात तक, हर चीज का फिक्स है रेट
आश्रम में टोकन कटवाने के बाद आपको कई तरह की सुविधाएं मिल जाती है। वहां बाबा से मिलने से लेकर यज्ञ-हवन तक हर चीज के लिए रसीद की व्यवस्था है। यहां जो भी भक्त आता है उसे सबसे पहले 100 रुपए की रसीद कटवानी पड़ती है। इसके बाद अन्य चीजों के लिए अलग-अलग रेट तय है। हवन का खर्चा 5 हजार रुपए से लेकर एक लाख रुपए तक है। बाबा दावा करता है कि वह शिव की शक्ति और तंत्र से लोगों का इलाज करता है। लोग उसके इलाज से पूरी तरह से ठीक होते हैं।
तंत्र-मंत्र से इलाज का दावा करता है बाबा
जानकार बताते हैं कि संतोष सिंह भदौरिया बाबा बनने से पहले किसान नेता था। उसने करौली में थोड़ी सी जमीन खरीदी और वहीं पर शनि भगवान का मंदिर बनवा दिया। इसके बाद थोड़ी और जमीन खरीदकर आश्रम निर्माण का काम शुरू करवाया गया। पहले वह आयुर्वेदिक डॉक्टर बनकर लोगों का इलाज करता था, हालांकि बाद में तंत्र-मंत्र कर लोगों के इलाज का दावा करने लगा।