Rahul Gandhi Cambridge row: संसद के बजट सत्र के दूसरे चरण में बीते 5 दिनों से सदन का कामकाज बाधित है। शुक्रवार को संसद का पांचवां दिन भी हंगामा की भेंट चढ़ गया। बीजेपी लगातार राहुल गांधी के माफी की मांग कर रही थी जबकि कांग्रेस सांसदों ने अडानी मुद्दे की जांच के लिए जेपीसी की मांग के लिए नोटिस दी थी। शुक्रवार को सदन में पहुंचने के साथ ही बीजेपी सांसदों ने हंगामा शुरू कर दिया। विपक्ष भी अडानी मुद्दे को लेकर हमलावर था। हंगामा बढ़ता देख लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और राज्यसभा सभापति जगदीप धनखड़ ने 20 मार्च तक के लिए संसद की कार्यवाही को स्थगित कर दिया।
सदन शुरू होते ही शुरू हुई नारेबाजी
संसद के दोनों सदन शुक्रवार को सुबह 11 बजे जैसे ही शुरू हुआ बीजेपी सांसद नारेबाजी करते हुए राहुल गांधी से माफी की मांग करने लगे। बीजेपी सांसद पहले माफी फिर बोलने दिया जाएगा का नारा लगा रहे थे। जबकि कांग्रेस नारा लगाकर राहुल गांधी को बोलने की मांग कर रहे थे। हंगामा बढ़ता देख दोनों सदनों को स्थगित कर दिया गया।
क्यों डर रही बीजेपी: अधीर रंजन चौधरी
लोकसभा स्थगित किए जाने के बाद लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने बीजेपी पर अडानी मुद्दे पर डरने का आरोप लगाया। उन्होंने पूछा कि भाजपा पार्टी के सदस्य इधर-उधर क्यों बोल रहे हैं, संसद में चर्चा करने से क्यों डरते हैं? भाजपा राहुल गांधी से डर गई है। पीएम मोदी का 56 इंच का सीना अब सिकुड़ गया है।
राहुल गांधी पहुंचे थे बोलने के लिए…
शुक्रवार को पांचवें दिन राहुल गांधी को बोलने का मौका दिए जाने की उम्मीद थी। हालांकि, सुबह आठ मंत्रियों ने मीटिंग कर राहुल गांधी और कांग्रेस के खिलाफ मुखर होकर हमलावर होने की रणनीति बना ली थी। सदन के शुरू होते ही बीजेपी सांसदों ने माफी की मांग करते हुए हंगामा शुरू कर दिया। उधर, राहुल गांधी के सदन में पहुंचते ही हंगामा तेज हो गया। बता दें कि चार मंत्री राहुल गांधी से माफी की मांग कर चुके हैं जबकि कांग्रेस ने पीएम मोदी पर विदेशी धरती पर देश का अपमान करने का आरोप लगाते हुए राहुल के माफी से इनकार कर दिया है। गुरुवार को राहुल गांधी ने कहा था कि अगर लोकतंत्र है तो उनको संसद में बोलने का मौका दिया जाएगा। संसद में उन पर आरोप लगे हैं तो जवाब भी वह संसद में ही देंगे।
राहुल गांधी बोले-उम्मीद है मुझे बोलने दिया जाएगा
राहुल गांधी ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि संसद में भाजपा के आरोपों का जवाब देने की अनुमति दी जाएगी। लेकिन मुझे नहीं लगता कि वे मुझे बोलने देंगे। अगर भारतीय लोकतंत्र काम कर रहा होता, तो मैं संसद में अपनी बात कहने में सक्षम होता। आप जो देख रहे हैं वह भारतीय लोकतंत्र की परीक्षा है। क्या एक सांसद को वही जगह दी जा रही है जो उन चार मंत्रियों को दी गई थी जब वे मेरे खिलाफ आरोप लगाए।