नई दिल्ली। अब वह दिन दूर नहीं जब भारतीय सेना (Indian Army) के जवान हॉलीवुड फिल्म आयरन मैन के हीरो की तरह हवा में उड़ेंगे और दुश्मनों का सफाया करेंगे। इसके लिए सेना जेटपैक सूट खरीदने जा रही है। सीमा पर दुश्मन देश के साथ होने वाली लड़ाई हो या आतंकियों के खिलाफ जंग, यह हर तरह के ऑपरेशन में काम आएगा।
चीन से लगी सीमा पर तैनात जवानों के लिए यह जेटपैक सूट काफी लाभदायक साबित होगा। इसकी मदद से जवानों को तेजी से मोर्चे पर भेजा जा सकता है। इससे सीमा की निगरानी करने में भी मदद मिलेगी। इस जेटपैक सूट को ब्रिटिश कंपनी ग्रेविटी इंडस्ट्रीज ने तैयार किया है। भारतीय सेना सूट को टेस्ट कर रही है। आगरा में इंडियन आर्मी एयरबोर्न ट्रेनिंग स्कूल (AATS) में सूट का टेस्ट किया गया।
ग्रेविटी इंडस्ट्रीज के संस्थापक ने दिया डेमो
इंडियन एयरोस्पेस डिफेंस न्यूज ने ग्रेविटी इंडस्ट्रीज के संस्थापक रिचर्ड ब्राउनिंग को अपने जेटपैक सिस्टम का डेमो देते हुए और आगरा में उड़ते हुए वीडियो ट्विटर पर शेयर किया है। वीडियो में ब्राउनिंग को इमारतों के ऊपर उड़ते हुए देखा जा सकता है। उन्होंने एक सूट पहन रखा है। उसमें तीन जेट इंजन हैं। एक इंजन पीठ पर और दो दोनों हाथों पर हैं। इसकी मदद से वह हवा में उड़ते हैं।
सेना को है 48 जेटपैक सूट की जरूरत
भारतीय सेना फास्ट ट्रैक प्रक्रिया के जरिए आपातकालीन खरीद के तहत 48 जेटपैक सूट खरीदने वाली है। जेटपैक सूट खरीदने के बाद सेना के जवानों को इसके इस्तेमाल की ट्रेनिंग आगरा के AATS में दी जाएगी। जेटपैक सूट खरीदने से एलएसी (वास्तविक नियंत्रण रेखा) पर सेना की निगरानी और मजबूत होगी। इससे जवानों को मिनटों में ऐसे दुर्गम जगहों पर भेजा जा सकता है जहां पहले जाने में घंटों लगते थे।