उज्जैन. मध्य प्रदेश का उज्जैन शहर वैसे तो महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग (Mahakaleshwar Jyotirlinga) के लिए प्रसिद्ध है, लेकिन इस बार ये एक विश्व रिकार्ड के चलते चर्चाओं में है। 18 फरवरी को महाशिवरात्रि (mahashivratri 2023) के मौके पर शिव ज्योति अर्पणम (Shiv Jyoti Arpanam) कार्यक्रम के अंर्तगत शिप्रा तट पर स्थानीय प्रशासन ने जनसहयोग से 18 लाख 82 हजार से अधिक दीपक जलवाए। इस तरह शहर का नाम गिनीज बुक वर्ल्ड ऑफ रिकार्ड में दर्ज हो गया। इस मौके पर आकर्षक आतिशबाजी भी की गई। आगे जानिए क्या-क्या खास रहा इस कार्यक्रम में…
मात्र 10 मिनिट में बना ये विश्व रिकार्ड
प्रशासन ने इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए कई महीनों पहले ही तैयारियां शुरू कर दी थी। इसके लिए पहले प्रशासन में पूरा रोडमैप तैयार किया। घाटों की लंबाई और चौड़ाई के हिसाब से अलग-अलग ब्लाक बनाए और उन्हें सेक्टर में बांटा। हर सेक्टर में 10 हजार दीपक विशेष तरीक से रखे गए ताकि लोगों को उन्हें जलाने में कोई दिक्कत न हो। दीपक जमाने और जलाने के लिए समाजसेवी संस्थाओं का सहयोग लिया गया। इसके लिए भी पहले ट्रेनिंग दी गई। और तय कार्यक्रम के अनुसार 10 मिनिट में हजारों लोगों ने लाखों दीपक जलाए। इस तरह उज्जैन का नाम विश्व रिकार्ड में शामिल हो गया।
इतने तेल, रुई और कपूर का हुआ उपयोग
शिव ज्योति अर्पणम कार्यक्रम में 21 लाख दीपक जलाने का लक्ष्य रखा गया था। इतने सारे दीपक जलाने के लिए प्रशासन ने पहले से पूरी तैयारी कर ली थी। दीपक जलाने के लिए 52 हजार लीटर तेल का उपयोग किया गया। इसके अलावा 25 लाख रुई की बत्ती, 600 किलो कपूर का इस्तेमाल भी दीपक जलाने के लिए किया गया।
जीरो वेस्ट रहा पूरा आयोजन
इतना बड़ा कार्यक्रम पूरी तरह से जीरो वेस्ट रहा यानी दीपक, तेल और रूई किसी भी वस्तु को वेस्ट न करते 3R (रिड्यूज, रिसाइकिल, और रीयूज) टेक्नीक के माध्यम से इसका निपटारा किया जाएगा। कार्यक्रम खत्म होने के कुछ देर बाद ही शिप्रा तट पर साफ-सफाई का काम शुरू हो गया और सुबह तक पूरे आयोजन स्थल को पुन: साफ कर दिया गया।
पहले अयोध्या के नाम था ये रिकार्ड
उज्जैन से पहले इतने सारे दीपक एक साथ जलाने का रिकार्ड अयोध्या के नाम पर दर्ज था। साल 2022 में दीपावली के मौके पर अयोध्या में सरयू नदी के तट पर 15.76 लाख दीपक जलाए गए थे। 18 लाख 82 हजार दीपक एक साथ जलाकर ये रिकार्ड उज्जैन ने अपने नाम कर लिया है।