महिला विकास राज्यमंत्री प्रतिभा शुक्ला का एक बयान इन दिनों खासा चर्चाओं में है। ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ के तहत राष्ट्रीय बालिक दिवस कार्यक्रम में शामिल होने पहुंची राज्यमंत्री ने स्कूली छात्राओं को संबोधित करते हुए यह बयान दिया है। उन्होंने कहा कि मां को ध्यान देना चाहिए की इस उम्र में बेटियां ज्यादा सजधज कर निकल रही हैं तो जरूर ही कोई गड़बड़ है। यहां उन्होंने लड़कियों को ही नहीं बल्कि लड़कों को लेकर भी नसीहत दे डाली। उन्होंने कहा कि अगर बेटा अधिक पैसा कहीं खर्च कर रहा है तो वहां भी गड़बड़ है।
‘प्यार-व्यार कुछ नहीं अपोजिट सेक्स के प्रति आकर्षण’
राज्यमंत्री प्रतिभा शुक्ला ने कहा कि छात्राएं स्कूली शिक्षा पर ध्यान दें। प्यार-व्यार कुछ भी नहीं है यह सिर्फ अपोजिट सेक्स की तरह आकर्षित करने के लिए है। इसको लेकर खुले तौर पर सभी स्कलों में टीचर्स को बच्चों को बता देना चाहिए। उन्होंने कहा कि लड़कियों और लड़कों दोनों को सुधारने की जरूरत है। जब तक लोग अपने लक्ष्य तक न पहुंचे तब तक किसी भी चक्कर में नहीं पड़ना चाहिए। राज्यमंत्री प्रतिभा ने कहा कि अभी स्कूली शिक्षा के दौरान सिर्फ अपने लक्ष्य की ओर ध्यान दें। प्यार-व्यार के चक्कर में बिल्कुल भी न पड़ें।
मोबाइल के ज्यादा इस्तेमाल को भी बताया नुकसानदेह
राज्यमंत्री ने छात्र-छात्राओं को मोबाइल से बचने की भी सलाह दी। उन्होंने कहा कि ज्यादा मोबाइल का इस्तेमाल नुकसानदायक होता है। बच्चों को अपने आप को सुरक्षित रखने के लिए अपने चरित्र को भी अच्छा बनाना होगा। प्यार करना ही है तो अपने लक्ष्य और उद्देश्य से करो। मौजूदा समय में बेटियों को सुरक्षा और स्वावलंबन देने की आवश्यकता है, जिससे वह गलत रास्ते पर न निकले। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जी की मंशा है कि बेटियां सुरक्षित रहें। उसी के चलते हमें बच्चियों को संस्कारी भी बनाना होगा। फिलहाल राज्यमंत्री प्रतिभा शुक्ला अपने इस बयान के बाद खासा चर्चाओं में हैं। उनके इस बयान को लेकर लोग उनकी आलोचना भी कर रहे हैं।