नई दिल्लीः देशभर में आज 69वें गणतंत्र दिवस का जश्न मनाया जा रहा है. इस मौके पर आज 10 आसियान देशों के शीर्ष नेताओं की मौजूदगी में देश के सैन्य कौशल तथा सांस्कृतिक विविधता की झलक राजपथ पर पेश की जाएगी. गणतंत्र दिवस परेड में सेना के जवान मार्च पास्ट निकालेंगे और उनके हाथ में आसियान का झंडा भी होगा. आसियान देशों में थाइलैंड, वियतनाम, इंडोनेशिया, मलेशिया, फिलीपीन, सिंगापुर, म्यामां, कंबोडिया, लाओस और ब्रूनेई शामिल हैं. पहली बार परेड में 10 आसियान देशों का दस्ता भी दिखेगा. गणतंत्र दिवस के मद्देनजर पूरे देश में सुरक्षा के लिहाज से हाईअलर्ट घोषित किया गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सुबह करीब 9.30 बजे इंडिया गेट पहुंचेंगे, जहां वे अमर जवान ज्योति पर शहीद जवानों को श्रद्धांजलि देंगे.
परेड में कई राज्यों, मंत्रालयों, आकाशवाणी और अन्य समेत 23 झांकियां राजपथ की शान बढ़ाएंगी. इन झांकियों के माध्यम से देश की सामाजिक, आर्थिक और सांस्कृतिक विरासत की झलक पेश की जाएगी. इनमें से 14 झांकियां विभिन्न राज्यों की होंगी. शेष झांकियां विभिन्न मंत्रालयों और संबद्ध एजेंसियों की होंगी
पीएम मोदी का ”मन की बात” थीम है आकाशवाणी की
इस साल गणतंत्र दिवस की परेड में राजपथ पर निकलने वाली झांकियों में आकाशवाणी की झांकी भी होगी, जिसमें प्रधानमंत्री के बहुचर्चित मासिक कार्यक्रम ”मन की बात” को दर्शाया जाएगा. परेड में पहली बार अपनी उपस्थिति दर्ज कराने जा रहे आकाशवाणी की झांकी में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कार्यक्रम ‘’मन की बात’’ को थीम बनाया गया है. हर महीने आकाशवाणी पर प्रसारित होने वाले मोदी के ‘’मन की बात’’ के व्यापक प्रभाव को झांकी के माध्यम से दर्शाया जायेगा.
झांकी में आजादी के बाद विभाजन की विभीषिका से जूझ रहे देश में भड़के सांप्रदायिक दंगों के समय राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के रेडियो पर प्रसारित संदेश से लेकर ‘’मन की बात’’ में मोदी के संदेश राजपथ पर सुनाई देंगे. झांकी में आकाशवाणी के बीते सात दशक में हुये आधुनिक स्वरूप की झलक भी पेश की जायेगी.
पहली बार आयकर विभाग (IT) की झांकी, विषय कालाधन रोधी अभियान
गणतंत्र दिवस की परेड में इस वर्ष पहली बार आयकर विभाग की भी झांकी होगी. इसका विषय नोटबंदी के बाद उसके द्वारा शुरू किया गया कालाधन-रोधी विशेष अभियान होगा. झांसी का विषय ‘ऑपरेशन क्लीन मनी’ (ओसीएम) होगा. इसमें पिछले साल 31 जनवरी तक इस अभियान को सफल बनाने में लोगों के विशेष सहयोग को दिखाया जाएगा.अभी तक इस झांकी के दो संस्करण विभाग द्वारा पेश किए गए हैं.आयकर विभाग की यह गणतंत्र दिवस परेड में पहली झांकी है. पिछले साल माल एवं सेवाकर (GST) की झांकी को परेड में शामिल किया गया था जो आजादी के बाद देश का सबसे बड़ा कर सुधार है.
पहली बार शामिल होगी भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) की झांकी
कृषि क्षेत्र के लिए शोध करने वाले सरकारी संस्थान भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) की झांकी इस बार पहली बार गणतंत्र दिवस की परेड में शामिल होगी. इस झांकी का मूल विषय एकीकृत खेती है जिसका लक्ष्य किसानों की आय को दोगुना करना है.एक आधिकारिक दस्तावेज के अनुसार आईसीएआर ने इसमें मिश्रित खेती और खुशियों की खेती को विशेष तौर पर प्रदर्शित किया है. आईसीएआर एकीकृत खेती को इसमें दिखाना चाहता था जो किसानों को बेहतर आय सुनिश्चित करने में मददगार होगा.