सहारनपुर: भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के खाते से 3.15 करोड़ रुपए निकालने का मामला प्रकाश में आया है। करोड़ों रुपए का यह भुगतान इंडुसिंड बैंक सहारनपुर व मुजफ्फरनगर से किया गया है। बैंक की तरफ से जारी चैक बुक के 4 चैक का क्लोन बनाकर रुपए निकाले जाने का पता चला तो हड़कंप मच गया।
मिली जानकारी के अनुसार, सिटी मैजिस्ट्रेट राजेश कुमार ने बताया कि भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण देहरादून के संचालित इंडुसिंड बैंक का खाता सहारनपुर व मुजफ्फरनगर में है। मुजफ्फरनगर में खुले खाते का नंबर 201001534222 यह है, जबकि सहारनपुर इंडुसिंड बैंक में खुले खाते का नंबर 2011001365291 है। इन दोनों ही खातों की पिछले साल सितम्बर में 2 चैक बुक्स जारी हुई हैं। दोनों चैक बुक्स उनके पास दफ्तर में हैं। सिटी मैजिस्ट्रेट ने बताया कि मुजफ्फरनगर के बैंक में खुले खाते की जारी हुई चैक बुक के चैक संख्या 410488 से 5 दिसम्बर को बैंक की सहारनपुर ब्रांच से 65,87,538 लाख रुपए निकाल लिए गए।
इसी तरह 7 दिसम्बर को चैक संख्या 410514 से 48,68,724 लाख रुपए, 14 दिसम्बर को चैक संख्या 410511 से 3 लाख रुपए और 20 दिसम्बर को चैक संख्या 410514 से 1,20,65,348 रुपए निकाल लिए गए। कुछ रुपए मुजफ्फरनगर तो कुछ सहारनपुर के बसंत विहार स्थित इंडुसिंड बैंक से निकाले गए। सिटी मैजिस्ट्रेट ने यह भी बताया कि सभी चैक्स पर उनके फर्जी हस्ताक्षर किए गए थे।
उनके द्वारा धोखाधड़ी कर करोड़ों रुपए निकालने वालों में बैंक मैनेजर व कर्मचारी, एन.एच.ए.आई. के अधिकारी व कर्मचारी, एस.एल.ओ. विभाग के कर्मचारी व जिन खातों में रुपए ट्रांसफर हुए, उनके खाता धारक दिव्यांग गांधी, पारस जैन तथा संजय सिंह को नामजद कर कोतवाली सदर बाजार में तहरीर दे दी गई है।