नई दिल्ली, हाई प्रोफाइल लुटियंस दिल्ली के राष्ट्रीय हस्तशिल्प और हथकरघा संग्रहालय से 16 कश्मीरी उम्दा किस्म के शॉल चोरी हो गए हैं। कश्मीरी शॉल चोरी की इस वारदात के बाद राजधानी में हलचल मच गई है। राष्ट्रीय हस्तशिल्प और हथकरघा संग्रहालय में चोरी हुई शॉलें साल 1959 से साल 1976 के बीच में कश्मीर से खरीद कर लाई गई थीं। दिल्ली पुलिस इस मामले में केस दर्ज करके जांच कर रही है।
दिल्ली पुलिस एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि संग्रहालय रविवार और सोमवार को बंद रहता है। राष्ट्रीय हस्तशिल्प और हथकरघा संग्रहालय में मंगलवार को जब शॉलों की गिनती की गई तो उनमें से 16 गायब मिलीं, इन शॉल की कीमत करोड़ों रुपये है। राष्ट्रीय हस्तशिल्प और हथकरघा संग्रहालय अधिकारियों ने बताया कि उन्हें एक व्यक्ति पर शक है। पिछले कुछ महीनों से वहां आ रहा है वह व्यक्ति एक शोधकर्ता है।
जबकि पुलिस को चोरों के बारे में कोई सुराग नहीं मिला है। राष्ट्रीय हस्तशिल्प और हथकरघा संग्रहालय में लगे सीसीटीवी कैमरे तक काम नहीं कर रहे थे। राष्ट्रीय हस्तशिल्प और हथकरघा संग्रहालय प्रबंधन द्वारा दी गई तहरीर के आधार पर तिलक मार्ग थाने में केस दर्ज कर लिया गया है। पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस इस मामले में एक शख्स से पूछताछ कर रहीं हैं।
आप को बताते चलें कि इसी तरह साल 2013 में मशहूर लाल किले के म्यूजियम से मुगलकालीन खंजर चोरी हो गया था। 21 दिसंबर 2013 को सिंगापुर के प्रधानमंत्री आने वाले थे। उसके पहले पूरा इलाका अच्छी तरह से जांचा जा रहा था। तभी किसी की नजर खंजर के खाली पड़े डिब्बे पर पड़ी लोग दंग रह गए कि खंजर चोरी हो गया था।
म्यूजियम के अधिकारियों से पता चला था कि खंजर का हैंडल हाथी के दांत का बना था और ये मुगलकाल का था। पहले म्यूजियम के अधिकारियों ने इसे म्यूजियम में ही खोजा लेकिन जब यह नहीं मिला तो 7 मई को कोतवाली थाने में इस संबंध में एफआईआर दर्ज कराई गई थी। शक जताया गया कि खंजर सफाई के दौरान गायब हुआ हो सकता है।