काठमांडू, पीटीआई। नेपाल में संसदीय और प्रांतीय विधानसभाओं के हुए चुनाव में वामपंथी गठबंधन पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाने की ओर बढ़ रहा है। अब तक की मतगणना में वामदलों ने 91 पर जीत दर्ज की है। शेष सीटों के लिए मतों की गिनती जारी है।
पूर्व प्रधानमंत्री केपी ओली के नेतृत्व में सीपीएन-यूएमएल और पूर्व प्रधानमंत्री प्रचंड के नेतृत्व में सीपीएन (माओवादी) पार्टी का गठबंधन संसदीय और प्रांतीय विधानसभाओं का चुनाव एक साथ लड़ रहा है। चुनाव परिणाम के अनुसार सीपीएन-यूएमएल ने 66 तो वहीं सीपीएन-माओवादी ने 25 सीटों पर जीत हासिल की है।
पिछले चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी नेपाली कांग्रेस को फिलहाल महज 14 सीटों से संतोष करना पड़ा है। दो मधेशी दलों की झोली में 11 सीटें गई हैं। वहीं अन्य छोटी पार्टियों में फेडरल सोशलिस्ट फोरम नेपाल और राष्ट्रीय जनता पार्टी ने क्रमश: दो और तीन सीटों पर जीत दर्ज की है। मालूम हो कि नेपाल में 26 नवंबर और सात दिसंबर को दो चरणों में चुनाव कराए गए थे। संसदीय सीटों के लिए 1663 उम्मीदवार चुनावी मैदान में उतरे थे।
इस चुनाव की 2015 में स्वीकारे गए नए संविधान को पूरी तरह लागू करने में अहम भूमिका बताई जा रही है। लोगों को उम्मीद है कि दशकों तक चले गृह युद्ध के बाद नेपाल में एक स्थिर सरकार का गठन हो सकेगा।