नई दिल्लीः पत्नी के गंभीर आरोपों के बीच फंसे भारत के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी के बीसीसीआई द्वारा कॉन्ट्रैक्ट रोकने पर पूर्व क्रिकेटर और उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री चेतन चौहान ने नाराजगी जताई है। चौहान का मानना है कि शमी के इस मामले में क्रिकेट बोर्ड का कोई संबंध नहीं है इसलिए बोर्ड को उनका कॉन्ट्रैक्ट नहीं रोकना चाहिए था।
चौहान ने बातचीत में कहा कि, ”मैं समझता हूं कि बीसीसीआई को मोहम्मद शमी के कॉन्ट्रैक्ट पर रोक नहीं लगानी चाहिए क्योंकि उन पर जो भी आरोप हैं, उससे क्रिकेट का कुछ लेना-देना नहीं है।”, इस दौरान चौहान यह भी साथ ही कहा था कि यह शमी का निजी मामला है। गौरतलब है कि बीसीसीआई के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा था कि बोर्ड ने शमी की पत्नी के आरोपों को ध्यान में रखते हुए उनका नाम रोक दिया है। उधर, शमी के आईपीएल खेलने पर भी संकट के बादल मंडराने लगे हैं। आईपीएल (इंडियन प्रीमियर लीग) की फ्रेंचाइजी दिल्ली डेयरडेविल्स ने कहा कि वह शमी के दिल्ली की टीम से खेलने को लेकर जल्द फैसला करेगी।
कोलकाता पुलिस ने शमी और उनके परिवार के सदस्यों के खिलाफ आईपीसी की धारा 498A, 323, 307, 376, 506, 328 और 34 के तहत केस दर्ज किया है। इसमें शमी पर घरेलू हिंसा के आरोप में आईपीसी की धारा 498 ए के तहत केस दर्ज किया गया है। इसके तहत शमी और उनके परिवार के सदस्यों पर पत्नी हसीन जहां के साथ क्रूर व्यवहार करने का आरोप है। वहीं शमी पर आईपीसी की धारा 323 के तहत पत्नी को चोट पहुंचाने का आरोप है।